गुर्जर आंदोलन आज पांचवें दिन भी जारी है। आंदोलनकारी अपनी मांगों पर अड़े हुए ट्रैक पर बैठे हैं। चार दिन से सवाईमाधोपुर के मलारना डूंगर में दिल्ली-मुंबई ट्रैक जाम कर बैठे गुर्जरों ने सोमवार को प्रदेश में 10 हाईवे सहित करीब दो दर्जन जगहों पर सडक़ें जाम कर दीं। सिकंदरा में जयपुर-आगरा हाईवे जाम होने से राजस्थान रोडवेज ने जयपुर से आगरा के लिए 191 बसों का संचालन रोक दिया है। टोंक मार्ग पर भी जाम होने से कोटा जाने वाली बसें रद्द कर दी गईं। इससे जयपुर का कोटा व आगरा से सडक़ सम्पर्क कट गया। इधर, जिला प्रशासन ने ट्रैक पर गुर्जरों के पड़ाव स्थल से 5 किमी के दायरे में 13 फरवरी तक मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया है। वहीं सीएम ने हाईपावर कमेटी की मीटिंग बुलाई।
सीएम ने बुलाई हाईपावर कमेटी की मीटिंग
गुर्जर आरक्षण के बाद पनपे हालात की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार देर रात को हाईपावर कमेटी की मीटिंग बुलाई। इसमें कानून-व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई। देर रात तक जारी मीटिंग में मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता, पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग और पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) एम.एल. लाठर, प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री) कुलदीप राकां, सचिव (मुख्यमंत्री) अजिताभ शर्मा मौजूद रहे।
गुर्जर आरक्षण के बाद पनपे हालात की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार देर रात को हाईपावर कमेटी की मीटिंग बुलाई। इसमें कानून-व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई। देर रात तक जारी मीटिंग में मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता, पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग और पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) एम.एल. लाठर, प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री) कुलदीप राकां, सचिव (मुख्यमंत्री) अजिताभ शर्मा मौजूद रहे।
ट्रैक के बाद अब हाईवे पर उतरा आंदोलन, यात्री परेशान
गुर्जर आरक्षण आंदोलन की लपटें अब मलारना स्टेशन के निकट रेलवे टे्रक से निकलकर प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी फैलने लगी है। पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर यहां दिल्ली-मुंबई रेलवे टे्रक पर पड़ाव डाले बैठे गुर्जरों की मांगों का हल राज्य सरकार चौथे दिन भी नहीं निकाल सकी। इसमें देरी के चलते आंदोलन अब और तेज हो रहा है। सोमवार को आंदोलनकारियों ने प्रदेश में दस से अधिक रास्तों को रोक दिया। जिससे यात्रियों के अलावा आम आदमी को भी पीड़ा भोगनी पड़ी। एक ओर जहां लोगों को यात्रा निरस्त करनी पड़ रही है तो दूसरी ओर वाहनों के अभाव में दूर-दूर तक पैदल सफर करना पड़ रहा है।
गुर्जर आरक्षण आंदोलन की लपटें अब मलारना स्टेशन के निकट रेलवे टे्रक से निकलकर प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी फैलने लगी है। पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर यहां दिल्ली-मुंबई रेलवे टे्रक पर पड़ाव डाले बैठे गुर्जरों की मांगों का हल राज्य सरकार चौथे दिन भी नहीं निकाल सकी। इसमें देरी के चलते आंदोलन अब और तेज हो रहा है। सोमवार को आंदोलनकारियों ने प्रदेश में दस से अधिक रास्तों को रोक दिया। जिससे यात्रियों के अलावा आम आदमी को भी पीड़ा भोगनी पड़ी। एक ओर जहां लोगों को यात्रा निरस्त करनी पड़ रही है तो दूसरी ओर वाहनों के अभाव में दूर-दूर तक पैदल सफर करना पड़ रहा है।