बैंसला की समाज के पंच पटेलों से वार्ता
सरकार से वार्ता के लिए न्यौता मिलने के बाद कर्नल किरोडी सिंह बैंसला ने समाज के पंच पटेलों से वार्ता शुरू कर दी है। पंच पटेलों की सहमति के बाद ही गुर्जर नेता सरकार से वार्ता के लिए जयपुर के लिए रवाना होंगे।
सरकार से वार्ता के लिए न्यौता मिलने के बाद कर्नल किरोडी सिंह बैंसला ने समाज के पंच पटेलों से वार्ता शुरू कर दी है। पंच पटेलों की सहमति के बाद ही गुर्जर नेता सरकार से वार्ता के लिए जयपुर के लिए रवाना होंगे।
वार्ता में ये मंत्री होंगे शामिल
गुर्जरों की मांगों पर शाम को केबिनेट सब कमेटी में शामिल समाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री डॉ अरूण चतुर्वेदी, पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड गुर्जरों से वार्ता करेंगे। वहीं बयाना में पल पल बदलते घटनाक्रम पर स्थानीय प्रशासन और सरकार की निगाह है। वहीं कर्नल किरोडी सिंह बैंसला कल बयाना के अडडा गांव में महापंचायत करेंगे, वहीं दूसरे गुट ने मोरोली के टोंटा बाबा गांव में ही महापंचायत करने पर अड गए है।
गुर्जरों की मांगों पर शाम को केबिनेट सब कमेटी में शामिल समाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री डॉ अरूण चतुर्वेदी, पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड गुर्जरों से वार्ता करेंगे। वहीं बयाना में पल पल बदलते घटनाक्रम पर स्थानीय प्रशासन और सरकार की निगाह है। वहीं कर्नल किरोडी सिंह बैंसला कल बयाना के अडडा गांव में महापंचायत करेंगे, वहीं दूसरे गुट ने मोरोली के टोंटा बाबा गांव में ही महापंचायत करने पर अड गए है।
पाटीदार नेता पटेल खड़ी कर रहे मुसीबत
इस बीच सरकार की मुश्किलें गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और गुजरात के ही दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने बढ़ा दी है। दोनो ही नेता गुर्जर आंदोलन में शामिल होने की तैयारी में है। हांलाकि सरकार ने दोनो ही नेताओं की आंदोनल में एंट्री को बैन कर दिया है। साथ ही इंटेलीजेंस की टीम भी दोनो नेताओं के बारे में पल-पल का फीडबैक सरकार को दे रही है। सरकार ने सोशल मीडिया पर उठने वाली अफवाहों और खबरों को देखते हुए ही महापंचायत से तीन दिन पहले ही नेटबंदी कर दी है।
इस बीच सरकार की मुश्किलें गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और गुजरात के ही दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने बढ़ा दी है। दोनो ही नेता गुर्जर आंदोलन में शामिल होने की तैयारी में है। हांलाकि सरकार ने दोनो ही नेताओं की आंदोनल में एंट्री को बैन कर दिया है। साथ ही इंटेलीजेंस की टीम भी दोनो नेताओं के बारे में पल-पल का फीडबैक सरकार को दे रही है। सरकार ने सोशल मीडिया पर उठने वाली अफवाहों और खबरों को देखते हुए ही महापंचायत से तीन दिन पहले ही नेटबंदी कर दी है।
गौरतलब है कि गुर्जर आरक्षण आंदोलन को देखते हुए भरतपुर और धौलपुर के कुछ कस्बों में इंटरनेट बंदी के बाद अब सरकार ने दूसरी बड़ी तैयारी कर ली है। दोनो ही जिलों के चुनिंदा कस्बों और क्षेत्रों को पुलिस छावनी में बदलने की तैयारी चल रही है। छावनी में सैंकड़ों पुलिसकर्मियों के साथ ही अफसरों की भी भारी-भरकम टीम लगाई गई है। इस बीच इंटेलीजेंस के भी चालीस से ज्यादा पुलिसकर्मी और अफसर सक्रिय हैं। हर पल की रिपोर्ट सरकार को भेजी जा रही है।
दस से ज्यादा कम्पनियां भेज रही सरकार
भरतपुर के बयाना के अड्डा गांव में कल गुर्जर आरक्षण को लेकर महापंचायत होने जा रही है। इन महापंचायत में 21 मई को आंदोलन की रुपरेखा तैयार की जानी है। इसे देखते हुए जिले में आठ कम्पनियां बुलाई गईं हैं। जिनमें से कुछ कम्पनियां रविवार रात पहुंच चुकी हैं और बाकि आज पहुंचनी है। भरतपुर के अलावा धौलपुर में भी आरएएसी की कंपनियां लगाई जानी है। भरतपुर में आरपीएफ की 3 कम्पनियां भी स्पेशल कोच से सोमवार शाम तक पहुंच रही हैं। दोनो जिलों में पांच आईपीएस लगाए गए हैं। उनमें साथ आठ एडिशनल एसपी, दस डीएसपी और कई थानों के थानाधिकारी भी पहुंच रहे हैं। पुलिस और कम्पनिंयों को सोमवार रात और मंगलवार सवेरे पैदल मार्च करने को भी कहा गया है।
भरतपुर के बयाना के अड्डा गांव में कल गुर्जर आरक्षण को लेकर महापंचायत होने जा रही है। इन महापंचायत में 21 मई को आंदोलन की रुपरेखा तैयार की जानी है। इसे देखते हुए जिले में आठ कम्पनियां बुलाई गईं हैं। जिनमें से कुछ कम्पनियां रविवार रात पहुंच चुकी हैं और बाकि आज पहुंचनी है। भरतपुर के अलावा धौलपुर में भी आरएएसी की कंपनियां लगाई जानी है। भरतपुर में आरपीएफ की 3 कम्पनियां भी स्पेशल कोच से सोमवार शाम तक पहुंच रही हैं। दोनो जिलों में पांच आईपीएस लगाए गए हैं। उनमें साथ आठ एडिशनल एसपी, दस डीएसपी और कई थानों के थानाधिकारी भी पहुंच रहे हैं। पुलिस और कम्पनिंयों को सोमवार रात और मंगलवार सवेरे पैदल मार्च करने को भी कहा गया है।