गुर्जर आरक्षण आन्दोलन के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र व गुर्जर नेता विजय बैंसला ने कहा है कि सरकार एक सादे कागज़ में फैसले जारी कर समाज को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के लिए कथित फैसले के जारी कागज़ में ना तो कोई नाम है, ना किसी के हस्ताक्षर हैं और ना ही कोई अधिकृत स्रोत।
बैंसला ने कहा कि सरकार के ये फैसले समाज को मान्य नहीं हैं। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि समाज अब अपने तरीके से अपना हक लेगा। यह बात समाज ‘अधिकृत तौर से’ सरकार से कह रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार खुद आंदलोन को न्योत रही है।
उधर, गुर्जर नेता हिम्मत सिंह गुर्जर ने भी सरकार की ओर से बताये जा रहे फैसले को खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि एमबीसी आरक्षण के सम्बन्ध में जारी किये गए आंकड़े ग़लत और भ्रामक हैं। ये आंकड़े एमबीसी वर्ग को उद्वेलित करने वाले हैं।
गुर्जर नेता ने इन आँकड़ों को चैलेंज करते हुए लाइव डिबेट तक करवाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि इन फैसलों पर डिबेट करवाई जाए और केबिनेट सब कमेटी के मंत्री को बैठाया जाए, पता चल जायेगा सरकार की सच्चाई का।