scriptतैयार होना था 28 करोड में लेकिन लगाने पड गए 59 करोड़ | Had to be ready in 28 crores but to fall 5 million | Patrika News

तैयार होना था 28 करोड में लेकिन लगाने पड गए 59 करोड़

locationजयपुरPublished: May 01, 2018 12:27:56 pm

Submitted by:

PUNEET SHARMA

तैयार होना था 28 करोड में लेकिन लगाने पड गए 59 करोड़ चिकित्सा मंत्री ने कहा—लगातार डिजाइन बदलती रही इसलिए बढ गई लागत एसएमएस मेडिकल कॉलेज के नवनिर्मित

sms medical collage
तैयार होना था 28 करोड में लेकिन लगाने पड गए 59 करोड़

चिकित्सा मंत्री ने कहा—लगातार डिजाइन बदलती रही इसलिए बढ गई लागत

एसएमएस मेडिकल कॉलेज के नवनिर्मित अकादमिक ब्लॉक का मामला

सरकार के खजाने को बडी चपत
एसएमएस मेडिकल कॉलेज में होगी हर तरह के वायरस की जांच

सरकारी विभागों में भवनों के निर्माण में ठेकेदारों और प्रशासन की लेटलतीफी का खामियाजा जनता तो उठा ही रही है साथ ही इसका खामियाजा सरकार का खजाना भी उठा रहा है। निर्माण में लेटलतीफी का आलम यह है सरकारी भवनों की निर्माण लागत दुगनी हो रही है। कुछ ऐसी ही लेटलतीफी का शिकार हुआ है एसएमएस मेडिकल कॉलेज में नवनिर्मित अकादमिक ब्लॉक। अलस में जब इस ब्लॉक के निर्माण की योजना बनी तब इसकी लागत 28 करोड़ रुपए आंकी गई । ठेकेदार काम को बीच में छोड भाग गया और तीन साल बाद काम शुरू हुआ तो इसकी लागत दुगनी से ज्यादा यानि 59 करोड़ तक पहुंच गई। वहीं जब आज इस ब्लॉक के उदघाटन अवसर पर चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ से निर्माण की लागत दुगनी होने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि ब्लॉक की लगातार डिजायन बदलती रही और कुछ नए निर्माण हुए जिसके चलते लागत बढी। लेकिन मरीजों की सुविधा के लिए लागत बढती है तो इसे सरकार अपने उपर लेगी। ब्लॉक के उदघाटन अवसर पर चिकित्सा मंत्री सराफ ने कहा कि अब हर तरह के वायरस की जांच एसएमएस मेडिकल कॉलेज में हेागी। किसी भी वायरस की जांच के लिए प्रदेश के मरीजों केा अन्य राज्य में नहीं जाना होगा। सराफ ने कहा कि मल्टी डिसिसल्नरी लैब में सभी सभी तरह के वायरस की जांच होगी। इस लैब पर पांच करोड रुपए की लागत आई है। चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि प्रदेश में आगामी सत्र से पांच नए मेडिकल कॉलेजों को शुरू कर दिया जाएगा। पांच नए मेडिकल कॉलेजों को शुरू करने की सभी तैयारियां राज्य सरकार ने कर ली है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो