scriptडॉक्टरों का कमाल…उंगली को बनाया अंगूठा | Hand Surgery : Hand Surgeon, Finger made Thumb, Doctor, Index Finger | Patrika News

डॉक्टरों का कमाल…उंगली को बनाया अंगूठा

locationजयपुरPublished: Jan 28, 2020 03:58:13 pm

Submitted by:

Anil Chauchan

Hand Surgery : जयपुर। कोटा की तीन वर्षीय आयशा के जन्म से ही दोनों हाथों में Thumb अविकसित यानि नहीं के बराबर थे, जिसके कारण वह कुछ भी ठीक से पकड़ नहीं पाती थी। वह छोटे-मोटे कामों के लिए भी दूसरों पर निर्भर थी। ऐसे में Doctor उसके लिए फरिश्ते साबित हुए। Hand Surgeon ने Surgery कर आयशा की अंगूठे वाली खाली जगह में Index Finger यानि अंगूठे के बगल वाली उंगली को जोड़कर नया अंगूठा बना दिया

Hand Surgery
Hand Surgery : जयपुर। कोटा की तीन वर्षीय आयशा के जन्म से ही दोनों हाथों में अंगूठे ( Thumb ) अविकसित यानि नहीं के बराबर थे, जिसके कारण वह कुछ भी ठीक से पकड़ नहीं पाती थी। वह छोटे-मोटे कामों के लिए भी दूसरों पर निर्भर थी। ऐसे में डॉक्टर्स ( Doctor ) उसके लिए फरिश्ते साबित हुए। हैंड सर्जन ( Hand Surgeon ) ने सर्जरी ( Surgery ) कर आयशा की अंगूठे वाली खाली जगह में तर्जनी उंगली ( Index Finger ) यानि अंगूठे के बगल वाली उंगली को जोड़कर नया अंगूठा बना दिया, जिससे वह अब अपने हाथ का सही इस्तेमाल कर पा रही है। शहर के एक निजी अस्पताल में यह सर्जरी करके बच्ची को बेहतर जीवन दिया गया।

इस सर्जरी को करने वाले ऑर्थोपेडिक एवं हैंड सर्जन डॉ. गिरीश गुप्ता ने बताया कि बच्ची के दोनों हाथों के अंगूठे जन्मजात ही ठीक तरीके से विकसित नहीं हुए थे। इस स्थिति को हायपोप्लास्टिक थम्ब कहते हैं। अंगूठे न होने के कारण बच्ची कुछ भी पकड़ नहीं पाती थी। जब बच्ची के माता-पिता ने हमें यह दिखाया तो हमने उसके दोनों हाथों में अंगूठे लगाने की सर्जरी (पॉलीसाइजेशन) के बारे में परिजनों को बताया। यह सर्जरी एक बार में एक ही हाथ में होती है और इस केस में पहले मरीज के बाएं हाथ की सर्जरी की गई।

हैंड सर्जन डॉ. गिरीश गुप्ता ने बताया कि पॉलीसाइजेशन के लिए बच्ची की तर्जनी उंगली को अपनी जगह से हटाकर उसका अंगूठा बनाया। यह सर्जरी काफी जटिल व रिस्की थी, क्योंकि इसमें अंगूली को माँसपेशियों व नसों के साथ अपनी जगह से उठाकर अंगूठे की जगह पर प्रत्यारोपित करना पड़ता है। ऐसे में नसों को चोट लगने या दबाव से बंद होने का खतरा व अंगूली हमेशा के लिए खोने का भी डर रहता है।
इस केस में अगर नसें ठीक से नहीं जुड़ती तो खून की नली बंद होने पर उंगली भी काली पड़ सकती थी। ऐसे में सभी सावधानियों को बरतते हुए सर्जरी की और सर्जरी के परिणाम से अच्छे रहे हैं। पहले बाएं हाथ में यह सर्जरी की गई, जिसमें तर्जनी उंगली को खून की नसों और टेंडन के साथ हटाकर अंगूठे की जगह लगाया गया। सर्जरी में करीब 4:30 घंटे का समय लगा। सर्जरी के बाद अब वह चीजें ढंग से पकड़ पा रही है।
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