राजस्थान में वर्ष 2017 में दुष्कर्म के कुल 3305 प्रकरण सामने आए। हालांकि इस वर्ष 2018 में गत पांच दिनों में ही देखें तो प्रदेश में दो मासूम बच्चियां दरिंदगी का शिकार बनी हैं। सोमवार को धौलपुर के मनियां में 22 वर्षीय एक युवक ने पांच वर्षीय बालिका से दुष्कर्म किया। घटना के बाद बालिका एक खेत में बेहोश मिली और उसकी स्थिति बिगड़ी हुई थी। जबकि दो दिन पहले झालावाड़ में पड़ोसी ने छह वर्षीय बालिका की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी थी।
मध्यप्रदेश में हो चुका है पास
दुष्कर्मी को फांसी की सजा देने वाला विधेयक मध्यप्रदेश विधानसभा में पास हो चुका है। यह विधेयक पास करने वाला देश में मध्यप्रदेश पहला राज्य है। इसके तहत 12 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ दुष्कर्म या सामूहिक दुष्कर्म के मामले में फांसी तक की सजा हो सकती है। विधानसभा में इस पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि बच्चियों, बेटियों के साथ दुष्कर्म करने वाले मानव नहीं हो सकते, ये तो नर पिचाश हैं जिसे फांसी की सजा मिलनी ही चाहिए। यह विधेयक बेटियों को बचाने के लिए है। मृत्यु की सजा का प्रावधान होगा तो अपराधियों में डर रहेगा।
दुष्कर्मी को फांसी की सजा देने वाला विधेयक मध्यप्रदेश विधानसभा में पास हो चुका है। यह विधेयक पास करने वाला देश में मध्यप्रदेश पहला राज्य है। इसके तहत 12 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ दुष्कर्म या सामूहिक दुष्कर्म के मामले में फांसी तक की सजा हो सकती है। विधानसभा में इस पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि बच्चियों, बेटियों के साथ दुष्कर्म करने वाले मानव नहीं हो सकते, ये तो नर पिचाश हैं जिसे फांसी की सजा मिलनी ही चाहिए। यह विधेयक बेटियों को बचाने के लिए है। मृत्यु की सजा का प्रावधान होगा तो अपराधियों में डर रहेगा।