‘उनको कुछ याद नहीं रहता‘ अभिभाषण के लिए राज्यपाल के पहुंचते ही रालोपा के हनुमान बेनीवाल ने पहले मूंग और बाद में मूंगफली खरीद का मुद्दा उठाया। माकपा व रालोपा के सदस्य बेनीवाल के नेतृत्व में हंगामा करते हुए वैल में पहुंच गए। वैल में नारे लगाए और डायस के पास पहुंचकर राज्यपाल कल्याण सिंह पर सीधे टिप्पणी की कि ‘उनको कुछ याद नहीं रहता‘।
पहले भी कर चुके हैं हंगामे
नागौर जिले के हनुमान बेनीवाल ने सदन में कोई पहली बार हंगामा नहीं मचाया है वो पहले भी इस तरह का व्यवहार करते रहे हैं। बेनीवाल ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की कार्यशैली पर भी टिप्पणी की। इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने बेनीवाल को चेतावनी दे डाली कि कोई मसल्स पावर की गलतफहमी में न रहे।
जाने जाते हैं आक्रामकता के लिए
राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष रह चुके हनुमान बेनीवाल अपनी आक्रामकता के लिए भी जाने जाते हैं। बेनीवाल शुरु से ही युवाओं के चहेते रहे हैं और युवाओं का उनको पूरा समर्थन प्राप्त है। साल 2008 में बीजेपी के टिकट पर खींवसर से विधायक चुने गए बेनीवाल की जब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से नहीं बनी तो वे पार्टी से अलग हो गए। साल 2013 में बेनीवाल भागी होकर निर्दलीय के रूप में जीते। अक्टूबर 2018 में बेनीवाल ने जयपुर में हुंकार रैली कर ‘राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी‘ के नाम से नई पार्टी का गठन किया और पार्टी ने इस बार विधानसभा चुनावों में तीन सीटों पर जीत हासिल की।
राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष रह चुके हनुमान बेनीवाल अपनी आक्रामकता के लिए भी जाने जाते हैं। बेनीवाल शुरु से ही युवाओं के चहेते रहे हैं और युवाओं का उनको पूरा समर्थन प्राप्त है। साल 2008 में बीजेपी के टिकट पर खींवसर से विधायक चुने गए बेनीवाल की जब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से नहीं बनी तो वे पार्टी से अलग हो गए। साल 2013 में बेनीवाल भागी होकर निर्दलीय के रूप में जीते। अक्टूबर 2018 में बेनीवाल ने जयपुर में हुंकार रैली कर ‘राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी‘ के नाम से नई पार्टी का गठन किया और पार्टी ने इस बार विधानसभा चुनावों में तीन सीटों पर जीत हासिल की।