बेनीवाल ने कहा कि बाहरी नेता राजस्थान में किसानों की भीड़ नहीं जुटा सकता। टिकैत की नागौर रैली में मुट्ठीभर लोग पहुंचे। अगर टिकैत लोकप्रिय होते तो किसानों की भारी भीड़ होती। हनुमान बेनीवाल को आशंका है कि किसान रैलियों के सहारे वामपंथी दल और राकेश टिकैत उनकी सियासी जमीन प्रभावित कर सकते है।
नए कृषि कानूनों का विरोध और किसानों की संपूर्ण कर्ज माफी के मुद्दों को भुना कर रालोपा प्रदेश में चार सीटों पर प्रस्तावित उपचुनाव में भविष्य देख रही है। पार्टी संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने राजसमंद, सहाड़ा, वल्लभनगर और सुजानगढ़ की चारों सीटों पर रालोपा के चुनाव लडऩे की घोषणा की है।
बेनीवाल ने बुधवार को प्रेसवार्ता में कहा कि हम केन्द्र के किसान विरोधी कानूनों का लगातार विरोध कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस ने चुनाव से पहले किसानो की संपूर्ण कर्ज माफी और बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ। पार्टी ने बेरोजगारों, किसानों के मुद्दों पर प्रदेश में रैलियां निकालने का निर्णय किया है। इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर से की जाएगी।
बेनीवाल ने कहा कि अब शहरों में भी जनता ने रालोपा की नीतियों में विश्वास जताया है। 2023 मे पार्टी सबसे मजबूत विकल्प बनेगी। बेनीवाल ने यहां पूर्व डीजीपी को राज्य लोकसेवा आयोग का अध्यक्ष बनाने पर भी सवाल उठाए। अपना आरोप दोहराते हुए सांसद ने कहा कि पहले कांग्रेस नेता सुरजेवाला के परिवार मे शादी के लिए तो बाद में भाजपाध्यक्ष जे.पी. नड्डा के दौरे को देखते हुए सदन मे अवकाश रख दिया गया। उन्होंने केन्द्र और राज्य से पेट्रोल—डीजल के दाम कम करने की मांग की।