आज पाबंदी, कल खुशियां…हैप्पी न्यू इयर
जयपुरPublished: Jan 02, 2022 01:45:17 am
विदेश में बसे भारतीयों ने नए साल के जश्न व बाजार सहित दिनचर्या को लेकर कहा
जयपुर। कनाड़ा में लॉकडाउन है, घरों में नए साल का जश्न मेहमानों सहित परिवार के 10 सदस्यों के साथ मनाया। जर्मनी में 31 को बाजार बंद रहा और 10 से ज्यादा वयस्क यहां भी घर में साथ नहीं रह सकते। हॉलेण्ड में न्यू इयर पार्टी में 4 मेहमान ही बुलाने की मंजूरी थी, जबकि फ्लोरिडा में पाबंदी नहीं है लेकिन लोग स्वेच्छा से मास्क रूल का फॉलो कर रहे हैं। अन्य कई देशों में भी नया साल पाबंदियों के बीच आया। इन देशों में बसे प्रवासियों का कहना है, बेहतर कल के लिए पाबंदियों का भी स्वागत है।
पहले क्रिसमस और अब न्यू इयर पार्टी दोनों ही मौकों पर पहले जैसा उत्साह नहीं था, लेकिन खुशी थी डायनिंग टेबल पर अपनों का साथ था। दोस्त और रिश्तेदारों में भी प्राथमिकता तय की। आने वाले दिनों में सब कुछ सामान्य होने की उम्मीद है। इसी उम्मीद के साथ वर्क फ्रॉम होम अपना कर दिनचर्या चला रहे हैं।
पार्टियां रद्द, बाहर सड़कें सूनी
कनाडा में रहने वाली भारतीय मूल की जनसंचार विशेषज्ञ देबारती मुखर्जी ने बताया, ओंटेरियों में पिछले रविवार से लॉकडाउन है। नए साल व क्रिसमस पर ग्रांड पार्टियां रद्द हो गईं और घर में भी पार्टी में 10 लोग। बाहर 25 से अधिक के एकसाथ जमा होने पर पाबंदी। इसी सर्कल में रह सकते है। ओमिक्रॉन को देखते हुए वर्क फ्रॉम होम है। खुशी है अपनों के बीच सुरक्षित हैं।
बूस्टर डोज लग रही है
हॉलेण्ड में टैक्सटाइल कारोबारी राजस्थान मूल के ललित मिश्रा ने बताया, एम्सटर्डम व आसपास शाम पांच बजे दुकान बंद हो जाती हैं। 18 दिसम्बर से लॉकडाउन चल रहा है और घर में दो ही मेहमान रह सकते हैं। क्रिसमस व न्यू इयर पार्टी में 4 मेहमान बुलाने की अनुमति थी। वैक्सीन की बूस्टर डोज दो दिन पहले ही ली है।
बाजार में भी टेस्ट होता है
जर्मनी में रहने वाले जोधपुर मूल के हरगोविन्द राणा ने कहा, 31 दिसम्बर को बाजार दोपहर में दो बजे ही बंद हो गए। घर हो या बाहर 10 से ज्यादा लोग एकसाथ नहीं रह सकते। बाजार जाते हैं तो वैक्सीन की दोनों डोज व आरटीपीसीआर अनिवार्य है, जो आरटीपीसीआर रिपोर्ट नहीं ले जाते हैं उनका बाजार में टेस्ट होता है। मास्क भी जरुरी है। मॉनिटरिंग भी सख्त है।
लोग मांग कर रहे हैं…पाबंदी लगाओ
फ्लोरिडा में रहने वाले राजस्थान के डॉ. जयवीर सिंह राठौड़ ने बताया, सरकार ने ज्यादा पाबंदी नहीं लगा रखी है। मास्क की अनिवार्यता भी लोगों ने स्वयं कर रखी है। वैक्सीन भी जरुरी नहीं है, केवल 50 प्रतिशत को ही दोनों डोज लगी हैं। नया साल नई उम्मीदों के बीच मनाया।