इसलिए बोलते हैं हरियाली तीज इस तीज को हरियाली तीज बोलने के पीछे भी एक कारण है। दरअसल, यह तीज श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को आती है। इस दौरान बारिश के कारण चारों ओर हरियाली नजर आती है। इसलिए इसे हरियाली तीज कहते हैं।
खास है जयपुर के लिए तीज आपको बता दें कि तीज का त्योहार जयपुर शहर के लिए बेहद खास है। श्रावणी तीज पर जनानी ड्योडी से पारंपरिक तीज की शाही सवारी निकाली जाएगी। शाम को पूरे लवाजमे के साथ निकलने वाली शाही सवारी त्रिपोलिया बाजार, छोटी चौपड़ होते हुए ताल कटोरा पहुंचेगी। इस सवारी की ख्याती देश—विदेश तक है। यही कारण है कि हर साल सैकडों पर्यटक इसे देखने आते हैं। तीज पर मिठाई के तौर पर घेवर खाने की परंपरा है। और ये जयपुर की पहचान भी है।