राजस्थान में रविवार को संपन्न हुई राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा, रीट के उत्तर प्रदेश और हरियाणा से कनेक्शन होने की बात सामने आ रही है।
राजस्थान में रविवार को संपन्न हुई राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा, रीट के उत्तर प्रदेश और हरियाणा से कनेक्शन होने की बात सामने आ रही है। माना जा रहा है कि प्रदेश की इस सबसे बड़ी परीक्षा में नक़ल कराने और पेपर आउट कराने को लेकर यूपी और हरियाणा से नेटवर्क संचालित किया जा रहा था।
हालांकि यह अभी प्रारंभिक जानकारी ही है जिसका खुलासा करने के लिए पुलिस और खुफिया विभाग से जुड़ा तंत्र सक्रीय हो गया है।
मोबाइल नंबरों में छिपे ‘राज़’
दरअसल, भरतपुर पुलिस ने रविवार को परीक्षा के दिन नक़ल करवाने वाले बड़े गिरोह का पर्दाफ़ाश कर लाखों परीक्षार्थियों का भविष्य ‘चौपट’ होने से बचा लिया था। पुलिस ने दर्जन भर लोगों को दबोचते हुए उनके पास से बड़ी मात्रा में मोबाइल फोन जब्त किये थे।
सामने आया है कि जप्त किये गए इन मोबाइल फोन से उत्तर प्रदेश में रहने वाले कई लोगों के नंबर मिले हैं। इतना ही नहीं इन नंबरों पर पिछले कई दिनों से लगातार बातचीत होने का ब्यौरा भी पुलिस को मिला है।
लेकिन पुलिस ने जब इन नंबरों पर बातचीत करने की कोशिश की तो अधिकतर नंबर बंद मिले। दबोचे गए लोगों के मोबाइल फोन से पिछले तीन दिन के सभी नंबर निकाले जा रहे हैं।
पुलिस का मानना है कि इन लोगों ने रीट की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों से भी संपर्क किया है। रीट परीक्षा देने वाले किसी अभ्यर्थी का नंबर मिलता है तो उससे भी पूछताछ संभव है।
रिमांड के दौरान होंगे और ‘खुलासे’
रीट परीक्षा में नक़ल करवाने और अभ्यर्थियों को पेपर बेचने की फिराक में प्रदेश भर से पुलिस की गिरफ्त में आए गिरोह के सदस्यों और संदिग्धों से कई और खुलासे हो सकते हैं। पुलिस इन सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड लेगी और फिर इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के साथ ही इसके ‘मास्टरमाइंड’ तक पहुंचने की भी कोशिश करेगी।
गौरतलब है कि एसओजी ने सोलह जबकि पुलिस ने करीब एक दर्जन आरोपियों को दबोचा है। इनके पास से रीट परीक्षा से जुड़ी आंसर की और अन्य दस्तावेज मिले हैं। रीट परीक्षा से ठीक पहले भरतपुर पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया और उसके बाद पूरे प्रदेश में कई जगहों पर कार्रवाई की गई।