पूनियां ने ट्वीट के जरिए लिखा कि “गांधीगीरी या गांधी परिवार की चमचागीरी! क्या धारा 144 यहां लागू नहीं है। सरकार खुद गुड खाकर गुलगुले से परहेज की नसीहत दे रही है। अपने गिरेबां में झांको और नौटंकी मत करो। अपराधों की राजधानी राजस्थान दलित उत्पीड़न में दूसरे नंबर पर है। इसका जवाब है क्या आपके पास। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी ट्वीट के जरिए गहलोत सरकार और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। राठौड़ ने लिखा “प्रदेश में एक लाख 37 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित केस हैं, एक्टिव केसों की संख्या 21 हजार के करीब और मौत का आंकड़ा 1500 को पार कर गया है। कोविड-19 का कहर चरम पर है, लेकिन धारा 144 लगाने वाली कांग्रेस सरकार के मंत्री ही खुलेआम इसका उल्लंघन कर रहे हैं. एक बार जो कमिटमेंट किया है, उसे तो पूरा करे सरकार”।