पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने इस बात का खुलासा किया है कि उन्हें पता था कि हवाला कारोबारी के यहां वारदात करेगें तो उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं होगी और अगर पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया तो छोटी-मोटी धाराएं लगेंगी जैसी की अब तक लगती आई थी, इनके पिछले दर्ज मामलों में।
शराब के हैं आदी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि भवानी शराब पीने का आदी है और इसी के चलते उसकी मुलाकात चन्द्रप्रकाश उर्फ बिट्टू, विक्की और विशाल से हुई। ये तीनों शास्त्री नगर एवं भट्टा बस्ती में अवैध शराब बेचा करते है। इसके अलावा इन पर पर्स लूट, मारपीट कर रुपए छीनने सहित चार-पांच मामले विभिन्न थानों में दर्ज है। चारों की आपस में करीब छह-आठ महीनों की दोस्ती है। इसी प्रकार चार अन्य आरोपित जो फिलहाल फरार हैं, वे भी इसी प्रकार इनके संपर्क में आए थे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि भवानी शराब पीने का आदी है और इसी के चलते उसकी मुलाकात चन्द्रप्रकाश उर्फ बिट्टू, विक्की और विशाल से हुई। ये तीनों शास्त्री नगर एवं भट्टा बस्ती में अवैध शराब बेचा करते है। इसके अलावा इन पर पर्स लूट, मारपीट कर रुपए छीनने सहित चार-पांच मामले विभिन्न थानों में दर्ज है। चारों की आपस में करीब छह-आठ महीनों की दोस्ती है। इसी प्रकार चार अन्य आरोपित जो फिलहाल फरार हैं, वे भी इसी प्रकार इनके संपर्क में आए थे।
नोटों के बंडल देख बिगडी नीयत
भवानी ने बड़ी चौपड़ स्थित एक प्रतिष्ठित ज्यूस की दुकान पर हवाला कारोबारी के कर्मचारियों को किसी से नोटों के बंडल को लेते पहली बार देखा था और उसका पीछाकर ऑफिस भी देख लिया। इसके बाद वह आए दिन उनके ऑफिस के आसपास भटकता रहता। भवानी ने बताया कि कई बार उसने इन कर्मचारियों को नोटों की गड्डियां भी गिनते देखी थीं। इसके अलावा भी इन सभी आरोपितों ने अपने-अपने स्तर पर जानकारी जुटाई तो पता चला कि यहां दिन भर में करोड़ों रुपए का कारोबार होता है। यही कारण रहा था कि वारदात वाले दिन इनके गिरोह का यकीन था कि आज भी यहां करीब एक से डेढ़ करोड़ रुपए मिलने की संभावना है, लेकिन जब इन्होंने वारदात की तो इन्हे मात्र साढ़े तीन लाख रुपए ही मिले।