गौरतलब है कि आस मोहम्मद पर परिवादी राजवीर सिंह को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार नहीं करने की एेवज में ढ़ाई लाख रुपए रिश्वत मांगने के आरोप हैं। एसीबी ने झोटवाड़ा थाने के रीडर बत्तू खां और दलाल समुंत को एक लाख रुपए एडवांस लेते हुए गिरफ्तार किया था। कार्यवाही होते ही आस मोहम्मद,थानाधिकारी प्रदीप चारण और एएसआई रामलाल फरार हो गए थे। करीब छह महीने तक फरार रहने के बाद आस मोहम्मद ने २३ अगस्त को अनुसंधान अधिकारी कोटा एसीबी के एएसपी ठाकुर चन्द्र सिंह के समक्ष सरेंडर किया था। एसीबी की जांच में आस मोहम्मद पर झोटवाड़ा सर्कल में एसीपी रहने के दौरान ८८ आपराधिक मामलों में गलत अनुसंधान करने की जानकारी सामने आई है। इन सभी मामलों में या तो बिना सबूत के किसी को आरोपी माना है या फिर सबूत होने के बावजूद एफआर लगाने की सिफारिश की थीं।