एडवोकेट कैलाशचन्द्र शर्मा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी ने राज्य में बजरी खनन पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। इसके बावजूद सवाईमाधोपुर की मलारना डूंगर तहसील के गांव श्यामोली में बाहुबली बनास नदी में से बजरी निकाल रहे हैं। इस संबंध में याचिकाकर्ता और गांव के सरपंच ने कलक्टर सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार ज्ञापन देकर अवैध खनन रुकवाने की गुहार की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अवैध खनन करने वाले जेसीबी मशीन से खनन कर रहे हैं और प्रतिदिन १५ से २० ट्रक और ट्रैक्टर बजरी निकाल रहे हैं। नदी तक आने जाने के लिए इन लोगों ने अवैध रुप से एक नया रास्ता बना लिया है और ओवर लोडेड ट्रक चला रहे हैं। जबकि नया रास्ता केवल एसडीओ ही तय कर सकते हैं। दिन-रात ट्रकों की आवजाही से गांव में वायु और ध्वनि प्रदूषण हो रहा है। हालत यह है कि गांववासी रात में ठीक तरीके से नींद भी नहीं ले पा रहे हैं। अवैध बजरी खनन के अलावा यह बाहुबली सरकारी जमीन पर अवैध रुप से खनन भी कर रहे हैं।