घाव को भरने के लिए : कैलेंडुला मामूली घावों, चोट और त्वचा संबंधी परेशानियों को ठीक करने में मदद करता है। इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी व एंटी फंगल गुण होते हैं, जो इसे घावों व चोटों में आराम पहुंचाते हैं।
ऐसे करें प्रयोग: यह कोलेजन का निर्माण कर क्षतिग्रस्त त्वचा की मरम्मत करने में मदद करता है। इसका रस निकालने के लिए ताजा कैलेंडुला के फूलों को पीस लें और इसके रस को घाव पर लगाएं। कुछ ही दिनों में घाव या चोट ठीक हो जाएगी।
स्किन इंफेक्शन : कैलेंडुला किसी भी त्वचा संक्रमण के इलाज में प्रभावी जड़ी-बूटी है। यह खुजली, सूजन और दर्द जैसे त्वचा संक्रमण के सभी लक्षणों में राहत प्रदान करती है।
ऐसे करें प्रयोग: इसके फूलों का पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाएं और सूखने पर धो लें, लाभ होगा।
रैशेज होने पर : बच्चों को डायपर पहनाने से रैशेज हो गए हैं तो कैलेंडुला ऑयल आराम पहुंचाएगा। इसमें मौजूद फ्लेवेनोएड्स त्वचा की समस्या में आराम पहुंचाते हैं।
ऐसे करें प्रयोग: बच्चे की स्किन को धोने के बाद कैलेंडुला ऑयल को कॉटन की मदद से लगाएं।
मांसपेशियों में अकड़न : कैलेंडुला में एंटीस्पासमोडिक गुण होते हैं, जो मांसपेशियों की अकड़न को दूर करने में मदद करते हैं।
ऐसे करें प्रयोग: मांसपेशियों में अकड़न होने पर एक से दो कप कैलेंडुला की चाय पीएं। चाय बनाने के लिए कैलेंडुला की सूखी पत्तियों की एक से दो चम्मच मात्रा एक कप पानी में डालें और इसे 10 मिनट के लिए उबालें। इस चाय से तनाव कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा मांसपेशियों की कैलेंडुला ऑयल से मसाज करने से भी लाभ होता है। यह मसाज आपको दिनभर में दो बार करनी होगी।
ऐसे करें प्रयोग: यह कोलेजन का निर्माण कर क्षतिग्रस्त त्वचा की मरम्मत करने में मदद करता है। इसका रस निकालने के लिए ताजा कैलेंडुला के फूलों को पीस लें और इसके रस को घाव पर लगाएं। कुछ ही दिनों में घाव या चोट ठीक हो जाएगी।
स्किन इंफेक्शन : कैलेंडुला किसी भी त्वचा संक्रमण के इलाज में प्रभावी जड़ी-बूटी है। यह खुजली, सूजन और दर्द जैसे त्वचा संक्रमण के सभी लक्षणों में राहत प्रदान करती है।
ऐसे करें प्रयोग: इसके फूलों का पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाएं और सूखने पर धो लें, लाभ होगा।
रैशेज होने पर : बच्चों को डायपर पहनाने से रैशेज हो गए हैं तो कैलेंडुला ऑयल आराम पहुंचाएगा। इसमें मौजूद फ्लेवेनोएड्स त्वचा की समस्या में आराम पहुंचाते हैं।
ऐसे करें प्रयोग: बच्चे की स्किन को धोने के बाद कैलेंडुला ऑयल को कॉटन की मदद से लगाएं।
मांसपेशियों में अकड़न : कैलेंडुला में एंटीस्पासमोडिक गुण होते हैं, जो मांसपेशियों की अकड़न को दूर करने में मदद करते हैं।
ऐसे करें प्रयोग: मांसपेशियों में अकड़न होने पर एक से दो कप कैलेंडुला की चाय पीएं। चाय बनाने के लिए कैलेंडुला की सूखी पत्तियों की एक से दो चम्मच मात्रा एक कप पानी में डालें और इसे 10 मिनट के लिए उबालें। इस चाय से तनाव कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा मांसपेशियों की कैलेंडुला ऑयल से मसाज करने से भी लाभ होता है। यह मसाज आपको दिनभर में दो बार करनी होगी।