दाल चीनी में रक्त शर्करा के स्तर को विनियमित करने, भूख को दबाने, चयापचय को बढ़ावा देने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार होती है। दालचीनी वजन घटाने में तो सहायक होती ही है,साथ ही यह हृदय स्वास्थ्य का भी ध्यान रखती है। आप दाल चीनी को दलिया, चाय या पसंदीदा रेसीपी में इस्तेमाल कर सकते हंै।
काली मिर्च हमारे खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाती हमारे मोटापे पर भी लगाम लगाती है। आश्चर्यजनक मोटापा दूर करने वाले गुणों के साथ, काली मिर्च वसा कोशिकाओं के निर्माण को भी रोकने में मददगार है। इसमें पिपेरिन होता है, जो वजन बढऩे से रोकता है। काली मिर्च सलाद, सूप और हल्दी युक्त व्यंजन में इस्तेमाल की जा सकती है।
खानपान के रूप में प्रमुखता से काम आने वाली हल्दी से हमें सेहत संबंधी काफी फायदे हासिल होते हैं। इसका मुख्य घटक कक्र्यूमिन, मोटापे को रोकने में मददगार होता है, यह चयापचय को बढ़ाता है, अल्जाइमर जैसी स्थितियों को ठीक करने में सहायक होता है। और यहां तक कि यह कैंसर से भी लडऩे की क्षमता रखता है। करक्यूमिन वसा ऊतकों के निर्माण को भी नियंत्रित कर सकता है और शरीर में वर्तमान में जमा चर्बी को कम करने में कारगर साबित होता है।
अदरक में भी ढेरों गुण होते हैं। अदरक भूख को दबाने, चयापचय बढ़ाने और चर्बी जलाने में सहायक होती है। अदरक शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढा़ती है। लेप्टिन एक ऐसा प्रोटीन है जो मस्तिष्क को संकेत देता है कि शरीर में पर्याप्त संग्रहित वसा और ऊर्जा है या नहीं, अदरक इसके उत्पादन को भी बढ़ावा देता है। इस तरह अदरक अतिरिक्त वसा को जलाने में सहायक होती है। इसे जरूर खाया जाना चाहिए।