कहींं अफसरों को बचाने की जुगत तो नहीं… वहीं दबी जुबान में अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री अब जिलों के दौरे पर हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री के दौरे के समय कोई नया बखेड़ा नहीं हो जाए, इसलिए फूड सेफ्टी अफसरों को एपीओ किया गया है। इन अफसरों को जल्द ही अन्य जिलों में भेजने की कवायद की जा रही है।
होली-दीपावली पर ही चलता है अभियान स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की मानें तो स्वास्थ्य निदेशालय में फूड सेफ्टी ऑफिसरों की एक सेंट्रल टीम बनी हुई है। इस टीम में पांच फूड सेफ्टी अफसरों की तैनाती की गई है। यह सेंट्रल टीम होली और दीपावली से पहले मिलावटी खाद्य वस्तुओं के खिलाफ सात दिन के लिए एक अभियान चलाती है। इसके बाद इस टीम का कोई काम नहीं होता है और पूरे साल यह टीम स्वास्थ्य निदेशायल में हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है।
दूसरे जिलों में तैनात किए जाएंगे अफसर खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने सोमवार को आदेश जारी कर
जयपुर , भरतपुर,
कोटा ,
उदयपुर और
बीकानेर जोन में तैनात 9 फूड सेफ्टी ऑफिसरों को एपीओ कर मुख्यालय में ड्यूटी देने के लिए कहा है। फूड सेफ्टी आयुक्त डॉ. वीके माथुर का तर्क है कि जोन में तैनात फूड सेफ्टी अफसरों के पास ज्यादा काम नहीं है। ऐसे में इन्हें दूसरे जिलों में भेजा जाएगा, जहां फूड सेफ्टी अफसरों के पद रिक्त हैं।