दान से मिलता है एशिया-अफ्रीका के देशों 42 प्रतिशत रक्त
रक्त चढ़ाने से हर वर्ष लाखों लोगों की जान बचाई जाती है। इनमें सर्जरी, घायल होने, अनीमिया (खून की कमी), थैलिसीमिया, हेमोफीलिया, कैंसर और विकासशील देशों में प्रसव के दौरानहोने वाली जटिलताएं शामिल हैं। दुनिया की 80 प्रतिशत आबादी का घर एशिया और अफ्रीका को हर वर्ष 10 करोड़ यूनिट रक्त दान में दिया जाता है। वहीं 16 प्रतिशत विश्व आबादी का घर अमीर देश गरीब देशों को उनकी जरूरत का 42 प्रतिशत रक्त उपलध कराते हैं।
रक्त चढ़ाने से हर वर्ष लाखों लोगों की जान बचाई जाती है। इनमें सर्जरी, घायल होने, अनीमिया (खून की कमी), थैलिसीमिया, हेमोफीलिया, कैंसर और विकासशील देशों में प्रसव के दौरानहोने वाली जटिलताएं शामिल हैं। दुनिया की 80 प्रतिशत आबादी का घर एशिया और अफ्रीका को हर वर्ष 10 करोड़ यूनिट रक्त दान में दिया जाता है। वहीं 16 प्रतिशत विश्व आबादी का घर अमीर देश गरीब देशों को उनकी जरूरत का 42 प्रतिशत रक्त उपलध कराते हैं।
वर्तमान में रक्त की स्थिति
-30.03 करोड़ यूनिट रक्त की आपूर्ति पूरे विश्व में
-40 करोड़ यूनिट रक्त की जरू रत है पूरे विश्व में
-10 यूनिट रक्त की कमी सभी देशों को मिलाकर भारत में सबसे ज्यादा 4.10 करोड़ यूनिट की रक्त की कमी है। इस अध्ययन के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के वैज्ञानिकों ने रक्त सुरक्षा से जुड़ी वैश्विक स्थिति रिपोर्ट को आधार बनाया और रक्त की कमी
पर दुनिया पहली रिपोर्ट तैयार की। हर देश में रक्त सुरक्षा और उपलधता का अध्ययन किया।
-30.03 करोड़ यूनिट रक्त की आपूर्ति पूरे विश्व में
-40 करोड़ यूनिट रक्त की जरू रत है पूरे विश्व में
-10 यूनिट रक्त की कमी सभी देशों को मिलाकर भारत में सबसे ज्यादा 4.10 करोड़ यूनिट की रक्त की कमी है। इस अध्ययन के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के वैज्ञानिकों ने रक्त सुरक्षा से जुड़ी वैश्विक स्थिति रिपोर्ट को आधार बनाया और रक्त की कमी
पर दुनिया पहली रिपोर्ट तैयार की। हर देश में रक्त सुरक्षा और उपलधता का अध्ययन किया।
दक्षिण सूडान में तो एक लाख लोगों में मात्र 46 यूनिट रक्त का दान होता है। शोध के मुताबिक अफ्रीकी देशों मौजूद रक्त आपूर्ति को 75 गुना ज्यादा करने की आवश्यकता है।