यह जेनेटिक और बचपन में शोषण के कारणों से भी होता है । अगर मां-पिता का शोषण हुआ है तो बच्चे में आगे चलकर यह मनोविकृति आ सकती है । ऐसे लोग सामान्य व्यव्हार करते है लेकिन उनके अंदर उथल-पुथल रहता है ।
अगर कोई गुस्से में एकाध बार कुछ कह देता है कि मैं तुम्हे मार दूंगा या तुम मर क्यो नहीं जाते हो तो वाकई में ऐसा करने का संकेत नहीं होता यदि वह बार-बार कहे तो ध्यान देना जरूरी है । बचपन में कोई बच्चा जानवरों को सताता है या तितलियों के पंख तोड़ता है तो उसे रोकें यह आगे चलकर हिंसक प्रवृति का संकेत होता है ।