अस्थमा और एलर्जी जैसे रोगों की रोकथाम के लिए बच्चों को गाय का दूध पिलाएं। इससे भी बेहतर यह होगा कि यह दूध यदि ताजा मिले। गाय के ताजा दूध में ओमेगा-3 फैटी एसिड अधिक मात्रा में पाया जाता है जो पैक्ड मिल्क में नहीं पाया जाता। यह ओमेगा-3 फेटी एसिड बच्चों को एलर्जी और अस्थमा जैसे रोगों से बचाता है।
यदि रोजना नाश्ते में भीगे चने का सेवन किया जाए तो इससे कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिलेंगे। दरअसल, चने में कई पोषक तत्वों के साथ विटामिन और मिनरल्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है। ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए भीगा चना खाना काफी फायदेमंद है। वजन कम करने के लिए भी इसे लाभकारी माना जाता है। भीगे चने का सेवन कैंसर के खतरे से भी बचाएगा।
बींस या साबुत दाले स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। शाकाहारी डाइट में दालों को प्रोटीन का मुख्य स्रोत माना गया है। बींस प्रोटीन के साथ ही आयरन, फाइबर, विटामिन बी, पोटेशियम और माइक्रो न्यूट्रिएंट का भी बेहतरीन सोर्स होती हैं। बींस दिल के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढऩे देते हैं। रोजाना एक कटोरी दाल का सेवन अवश्य करें।
इस सब्जी में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए इस सब्जी को विशेष लाभकारी माना जाता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। इसके हेल्दी काब्र्स भी ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं। जमीकंद को एंटी एजिंग फूड भी माना जाता है। इसमें बहुत सारे तत्व होते हैं, जो स्किन को हेल्दी रखने का काम करते हैं।
खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ ही कालमिर्च के सेवन से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी लिए जा सकते हैं। यह पाचन शक्ति को मजबूत बनाती है। यह पेट में हाइडोक्लोरिक एसिड का उत्पादन तेज करती है, जो भोजन को पचाने में सहायक होता है। कालीमिर्च शरीर में से अतिरिक्त चर्बी को भी कम करने का काम करती है।