दही सेहत के लिए काफी काम का होता है। दही कैंसर और डायबिटीज से लडऩे की क्षमता रखता है। यह हमें डिप्रेशन से बचाता है और वजन कम करने में मददगार होता है। दही हैप्पी हार्मोन-सेरोटिन के स्राव को बढ़ाता है, इससे हम तनाव से बचते हैं और उर्जस्वित बने रहते हैं। दही पेट को ठंडा रखता है। प्रतिदिन एक कटोरी दही खाने की आदत डाल लीजिए।
ब्रोकली भी खाते रहें ब्रोकली में विटामिन सी, विटामिन ए और विटामिन के पर्याप्त मात्रा में होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। ये दिमाग को तेज बनाने और दिमाग की कोशिकाओं का पुनर्निमाण में मदद करते हैं। ब्रोकली जरूर खाते रहें।
नारियल
नारियल का पानी और गिरी दोनों सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इनसे हमें मीडियम चेन फैटी एसिड्स मिलते हैं जो फैट की तरह शरीर में जमा नहीं रहते। पेट में जाने के बाद यह तुरंत बर्न हो जाते हैं। नारियल में लॉरिक एसिड होता है। यह भी एक तरह का फैटी एसिड है, जो वजन कम करने में सहायक होता है। नारियल हृदय संबंधी रोगों और तनाव को दूर करता है।
नारियल का पानी और गिरी दोनों सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इनसे हमें मीडियम चेन फैटी एसिड्स मिलते हैं जो फैट की तरह शरीर में जमा नहीं रहते। पेट में जाने के बाद यह तुरंत बर्न हो जाते हैं। नारियल में लॉरिक एसिड होता है। यह भी एक तरह का फैटी एसिड है, जो वजन कम करने में सहायक होता है। नारियल हृदय संबंधी रोगों और तनाव को दूर करता है।
बेरीज
बेरीज में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं। ये हमें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखते हैं। बेरीज खाते रहने से हमारी याद्दाश्त मजबूत होती है। इससे अल्जाइमर, डिमेंशिया आदि बीमारियों की आशंका कम होती है। इसकी इन खूबियों को जानें और अपने खानपान में इसको प्राथमिकता से शामिल करें।
बेरीज में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं। ये हमें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखते हैं। बेरीज खाते रहने से हमारी याद्दाश्त मजबूत होती है। इससे अल्जाइमर, डिमेंशिया आदि बीमारियों की आशंका कम होती है। इसकी इन खूबियों को जानें और अपने खानपान में इसको प्राथमिकता से शामिल करें।
अजवायन
अधिकतर लोग अजवायन की उपेक्षा करते हैं और इसकी अहमियत को नहीं समझते हैं। बहुत आसानी से उपलब्ध हो जाती है अजवायन। अजवायन का स्वाद शुरुआत में कड़वा और बाद में मीठा लगता है। दोपहर के खाने में अजवायन को शामिल किया जाना चाहिए। अजवायन को अकेले न खाएं, उसे काले नमक के साथ खाएं। तीन दिन में गैस की समस्या दूर होगी।
अधिकतर लोग अजवायन की उपेक्षा करते हैं और इसकी अहमियत को नहीं समझते हैं। बहुत आसानी से उपलब्ध हो जाती है अजवायन। अजवायन का स्वाद शुरुआत में कड़वा और बाद में मीठा लगता है। दोपहर के खाने में अजवायन को शामिल किया जाना चाहिए। अजवायन को अकेले न खाएं, उसे काले नमक के साथ खाएं। तीन दिन में गैस की समस्या दूर होगी।
आंवला
आंवला विटामिन सी का बेहतरीन स्रोत है। एक आंवले में तीन संतरे के बराबर विटामिन सी की मात्रा होती है। इसे खाने से लिवर मजबूत होता है। इसमें आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। आंवला ख़ून साफ करने के साथ-साथ त्वचा में निखार लाने में सहायक होता है।
आंवला विटामिन सी का बेहतरीन स्रोत है। एक आंवले में तीन संतरे के बराबर विटामिन सी की मात्रा होती है। इसे खाने से लिवर मजबूत होता है। इसमें आयरन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। आंवला ख़ून साफ करने के साथ-साथ त्वचा में निखार लाने में सहायक होता है।
चावल के साथ दही
चावल पेट को ठंडा रखता है और खाने में भी बहुत हल्का होता है। यह एक प्री बायोटिक है। ध्यान रहे कि प्री बायोटिक और प्रो बायोटिक दोनों ही अलग चीजें हैं। इन्हें साथ में लिया जाए तो यह कई तरह के लाभ पहुंचाता है। जितनी भी चीजों को खमीर करके बनाया जाता है, वे सभी प्रो बायोटिक होती हैं। गर्मियों में दही-चावल को सबसे हल्का पौष्टिक आहार माना जाता है।
चावल पेट को ठंडा रखता है और खाने में भी बहुत हल्का होता है। यह एक प्री बायोटिक है। ध्यान रहे कि प्री बायोटिक और प्रो बायोटिक दोनों ही अलग चीजें हैं। इन्हें साथ में लिया जाए तो यह कई तरह के लाभ पहुंचाता है। जितनी भी चीजों को खमीर करके बनाया जाता है, वे सभी प्रो बायोटिक होती हैं। गर्मियों में दही-चावल को सबसे हल्का पौष्टिक आहार माना जाता है।
मेथीदाना
मेथी के 8-10 दाने भिगोकर खाने से हाई ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड ग्लूकोज लेवल कम होता है। इससे पेट में गैस, आर्थराइटिस के दर्द, स्ट्रोक, दिल की बीमारियां और डायबिटीज में राहत मिलती है। सीने में जलन, भूख न लगना, कब्ज आदि में ये फायदेमंद साबित होते हैं।
मेथी के 8-10 दाने भिगोकर खाने से हाई ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड ग्लूकोज लेवल कम होता है। इससे पेट में गैस, आर्थराइटिस के दर्द, स्ट्रोक, दिल की बीमारियां और डायबिटीज में राहत मिलती है। सीने में जलन, भूख न लगना, कब्ज आदि में ये फायदेमंद साबित होते हैं।