हफ्तों तक हो सकती है लक्षणों की शिकायत – कार्डियोलॉजी इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट डॉ. राहुल सिंघल ने बताया कि जो मरीजों कोरोना वायरस की वजह से मध्यम से गंभीर स्थिति में पहुंचे थे, उनके दिल और फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है। खासकर आगे चलकर ये परेशानी गंभीर रूप ले सकती है। इस तरह के रोगियों में कई लक्षणों की शिकायत होती है, जो सामान्य रूप से सांस फूलना, सीने में दर्द, अत्यधिक थकान, धड़कन का तेज या कम हो जाना, हफ्तों तक महसूस हो सकती हैं।
पोस्ट कोविड हार्ट केयर बेहद आवश्यक – आजकल मेडिकल एक्सपर्ट्स, कोरोना वायरस से उबरने के बाद दिल की देखभाल करने की बात कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण ठीक होने के बाद अपने शरीर व खासकर अपने दिल की देखभाल और सावधानी बरतनी जरूरी है। जो लोग ठीक होने के बावजूद किसी न किसी तकलीफ के लिए अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं, उनके लिए तो हार्ट केयर बेहद आवश्यक हो जाती है। अगर आपको पहले से हृदय की समस्या है, या हाल ही में हुई है, तो सतर्क रहे, नियमित जांच और परीक्षण कराते रहें। जो पहले से हृदय रोगी हैं और वायरस से संक्रमित हो जाते हैं, उन्हें भी नियमित रूप से अपने डॉक्टरों के संपर्क में रहना चाहिए।
इन लक्षणों पर दें ध्यान – सांस लेने में तकलीफ – सीने में लगातार दर्द या दबाव महसूस होना – बेहोशी या चक्कर आना – जरूरत से ज्यादा थकान – अनियमित धड़कन