भीलवाड़ा के जहाजपुर में पिछले 12 घंटे में रिकॉर्ड तोड़ 6 इंच बारिश दर्ज की गई है। कई लोगों ने पहली बार अपने जीवन काल में नाग बांध की चादर पर इतना पानी देखा है। बीगोद कस्बे में नाड़ी ओवरफ्लो हो गई जिससे पानी आबादी क्षेत्र में बने घरों में घुस गया। निचली बस्तियों में 4 फिट तक पानी भर गया है। दशहरा मैदान भी तालाब में बदल गया है।
बूंदी जिले के गांवों में गुरुवार रात्रि से ही चल रही मूसलाधार बारिश के कारण नदी, तालाब, बांध उफान पर हैं। धोवडा गांव सुबह से ही टापू बना हुआ है। गोठड़ा बूंदी मार्ग के बीच पडऩे वाला धोवडा गांव दोनों ओर से पानी से घिरा होने के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई है। ग्राम नरसिंहपुरा भी टापू बना हुआ है। बेजान नदी उफान पर आने के कारण गोठड़ा ब्राह्मणों का लुहारिया गांव का संपर्क सुबह से ही कटा हुआ है। गोठड़ा बांध पर करीब डेढ़ फीट चादर चल रही है। फसलें जलमग्न हो गई है। फसलें जलमग्न होने के कारण इस बार क्षेत्र के किसानों पर अतिवृष्टि की मार देखने को मिल रही है। नमाना में चांदा का तालब बांध पर 3 फिट की चाद्दर चल रही है। बांध की भराव समता 24.60 है। नमाना बरूधन मार्ग पर स्थित घोड़ा पछाड़ नदी की पुलिया पर उफान आ गया है जिससे आवागमन में परेशानी हो रही है।
बांसवाड़ा जिले में अनंत चतुर्दशी पर दिनभर कहीं कम-कहीं ज्यादा बारिश का दौर बना रहने के बाद पूरी रात कमोमेश सभी जगह जमकर मेघ बरसे। सबसे ज्यादा बागीदौरा इलाके में 5 इंच से ज्यादा पानी गिरा। इसके अलावा जगपुरा, भूंगड़ा, घाटोल और सज्जनगढ़ इलाकों में तीन इंच से अधिक बरसात हुई। इधर, माही बांध में पानी आवक लगातार बढऩे से शुक्रवार सुबह सभी 16 गेट खोल दिए गए, जिससे हजारों क्यूसेक पानी बह निकला।
प्रतापगढ़-चित्तौड़ मार्ग एनएच 113 पर बारावरदा पुलिया पर पानी बहने से 3 घंटे से जाम लगा हुआ है। जिले के कई इलाकों में मार्ग बंद है। प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय पर शुक्रवार सुबह 8 बजे तक 102 इंच बारिश हो चुकी है। जिले में गुरुवार रात से मूसलाधार बारिश का दौर जारी है।