जालोर के सांचौर शहर सहित उपखंड क्षेत्र में गुरुवार शाम तेज हवा के साथ बारिश हुई। जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। बारिश के साथ तेज हवा के कारण शहर के विभिन्न स्थानों पर खड़े करीब दस से ज्यादा बिजली के पोल गिर गए। वहीं बड़े-बड़े पेड़ भी धराशायी हो गए। इससे घंटों तक बिजली सप्लाई बंद हो गई तथा मुख्य मार्गों पर घंटों तक आवागमन भी बाधित हुआ। हालांकि, पेड़ एवं बिजली के पोल गिरने से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है, लेकिन इससे डिस्कॉम को काफी नुकसान पहुंचा है। इधर, बारिश थमने के साथ ही बिजली गुल रहने से शहरवासियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
बीते 24 घंटे में प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश रेकॉर्ड हुईं राजधानी जयपुर के शाहपुरा, कोटपूतली, बहरोड़, अलवर और वनस्थली में हल्की बारिश मापी गई। जयपुर में बीती रात से बादल छाए रहे और रात में पूरवाई हवा चलने पर रात के तापमान में आंशिक गिरावट भी दर्ज की गई है। आज सुबह भी शहर में छाए बादलों के कारण धूप की तपन कम रही है। वहीं सुबह छह बजे शहर का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। स्थानीय मौसम केंद्र के अनुसार शहर में आज छितराए बादल छाए रहने व दिन में धूप की आंखमिचौनी रहने की संभावना है।
मालूम हो प्रदेश में मौसम विभाग सामान्यतया 15 सितंबर को पूर्वी राजस्थान से व 30 सितंबर को पूरे प्रदेश से मानसून विदाई की घोषणा करता है। वहीं इस बार प्रदेश में मानसून सप्ताहभर देरी से आने व मौसम तंत्र में लगातार हो रहे बदलाव के चलते मौसम विभाग अगले दो तीन दिन बाद ही दक्षिण पश्चिमी मानसून विदाई की अधिकारिक घोषणा करेगा।
दूसरी बार बीसलपुर डेम से निकल गया सर्वाधिक पानी
प्रदेश से दक्षिण पश्चिमी मानसून की विदाई अगले कुछ दिन और टल गई है वहीं पूर्वी जिलों में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश के कारण बीसलपुर डेम अब भी छलक रहा है। बीते एक महीने में डेम से करीब 78 टीएमसी पानी की निकासी हो चुकी है। पानी की लगभग इतनी मात्रा से बीसलपुर डेम दो बार भरा जा सकता है। डेम निर्माण के बाद से लेकर अब तक दूसरी बार डेम से सर्वाधिक पानी की मात्रा बनास में छोड़ी गई है। वहीं आज भी डेम के दो गेट खुले हैं और प्रति सैकंड 18 हजार क्यूसेक पानी की निकासी बनास नदी में की जा रही है।