उधर जोधपुर के लोहावट कस्बे सहित आस-पास क्षेत्र में भी मौसम के मिजाज में आए बदलाव से आज अलसुबह बारिश हुई। बारिश से सर्दी का असर भी बढ़ गया है। बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। यहां पर रात को करीब 3 बजे बारिश का दौर शुरू हुआ। रूक-रूक कर बारिश का दौर चलता रहा। इससे सुबह सडकों पर पानी भरा हुआ नजर आया। मौसम में हुए परिवर्तन से सर्दी के तेवर और तीखे होने लगे है। खेतों में फसलों के कटाई के दौर में मूंगफली की फसल में नुकसान पहुंचा है। कटी हुई मूंगफली की फसल भीग गई।
मौसम विभाग ( IMD ) के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के असर के कारण बाड़मेर-जैसलमेर सहित पश्चिमी राजस्थान में मौसम ( Rajasthan Weather Forecast ) में बदलाव आया है। बादल-बरसात का मौसम 15 नवम्बर तक रहेगा। जिससे प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश के आसार है।
जालोर में मौसम में एक बारगी फिर से बदलाव आया और बुधवार शाम को जिले में कई स्थानों पर बारिश और ओलावृष्टि हुई। दिनभर आसमान में बादलों की आवाजाही का दौर जारी रहा। इस बीच बागोड़ा उपखंड क्षेत्र में शाम को 6.20 बजे तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। साथ ही ओलावृष्टि भी हुई। इधर, सांचौर और चितलवाना क्षेत्र के आस पास के कई गांवों में बंूंदाबांदी भी हुई। बागोड़ा क्षेत्र में करीब आधे घंटे तक तेज बौछारों और ओलावृष्टि के बीच सर्दी का असर बढ़ गया।
गौरतलब है कि मौसम के बिगड़े मिजाज ने बुधवार को बाढ़मेर में कहर बरपा दिया। बाड़मेर शहर में सुबह 6 बजे शुरू हुआ बरसात का सिलसिला 10 बजे तक चला। चार घंटे लगातार कभी मूसलाधार तो कभी हल्की बारिश का दौर चला। बाड़मेर में 26 एमएम बारिश रेकार्ड की गई। बरसात की झड़ी से जनजीवन प्रभावित हुआ। कई स्थानों पर जलभराव हो गया। सडक़ों पर घुटनों तक पानी बहा। जिले के गडरारोड़ क्षेत्र में शाम को अचानक पलटे मौसम के बाद तूफानी बरसात के साथ ओले गिरे। इससे किसानों की कटी फसल तूफान उड़ा कर ले गया। कई जगह फसल पानी में भीग गई। किसानों को भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है।