अब तक 430 एमएम बारिश दर्ज :
मानसूनी सीजन में अब तक प्रदेशभर में 430 एमएम बारिश दर्ज की गई, जो औसत से 9 प्रतिशत अधिक है। 17 सितंबर के मुकाबले मानसून करीब एक सप्ताह देरी से लौटने की आसार हैं, जो कि खरीफ की फसलों के लिहाज से बेहद अच्छी बात है। आज सुबह तक बीते 24 घंटे में बांसवाड़ा के बागीडोरा में 66 एम, शेरगढ़ में 45 एमएम, सालोपट में 36 एमएम, डूंगरपुर के चिकली में 30 एमएम, आबूरोड में 20 एमएम, सिरोही के रेओदर में 42 एमएम बारिश दर्ज की गई।
पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान होगी बारिश :
मौसम विभाग के अनुसार अगले एक सप्ताह के दौरान पूर्वी राजस्थान के उदयपुर, कोटा, अजमेर और जयपुर संभाग के जिलों में कहीं हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना बनी रहेगी। वहीं कम दबाव का क्षेत्र बनने से 15 से 18 सितंबर तक के बीच पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर संभाग के कई जिलों में मेघगर्जन के साथ बारिश होने के आसार हैं। सोमवार को पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में बारिश का अलर्ट जारी नहीं किया है।
वहीं मंगलवार को पूर्वी राजस्थान के अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, उदयपुर, भरतपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, धौलपुर, झालावाड़, कोटा, करौली, प्रतापगढ़, सवाईमाधापुर, राजसमंद, सिरोही में तेज बारिश के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर, जालौर, जोधपुर, नागौर, पाली, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ में बारिश के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।
मानूसन होगा फिर सक्रिय :
मौसम विभाग के प्रभारी निदेशक आरएस शर्मा ने बताया कि प्रदेश से आगामी दस दिनों में मानसून की विदाई संभव नहीं है । कई जिलों में मानूसन अपनी सक्रियता दिखाएगा। प्रदेश में बीते दस दिनों से मानूसन सुस्त होने से कई जिलों में तापमान 40 डिग्री के पास पहुंच गया है। आगामी दिनों में आमजन को गर्मी से राहत मिलेगी। राजस्थान में मानसून तय समय पर आया था। 24 जून को मानसून ने दस्तक दी थी, लेकिन जून और जुलाई में मानसून कमजोर रहा। अगस्त में मानसून सक्रिय हुआ था। इस मानसून सिर्फ 20 दिन जोरदार बारिश रही।