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राजस्थान में भारी बारिश के चलते कई इलाके जलमग्न, छलक उठे प्रदेश के ये बांध

locationजयपुरPublished: Aug 16, 2019 09:43:28 pm

Submitted by:

anandi lal

राजस्थान में आफत बनी बारिश, कई कॉलोनियां जलमग्न, बांधों पर चल पड़ी चादर

Heavy rain forecast in Rajasthan update

राजस्थान में भारी बारिश के चलते कई कॉलोनियां जलमग्न, छलक उठे प्रदेश के ये बांध

जयपुर। राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश ( Heavy Rain in Pali ) का दौर जारी है। बारिश से नदी नाले उफान पर हैं, तो कई बांध पानी से छलक उठे हैं। सड़कों पर पानी बहने से कई जगह जाम के हालात बन गए हैं। प्रदेश के 9 जिलों में रेड़ अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है।
पाली जिले में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश ( Heavy Rain in Pali) होने से नदी-नाले उफान पर हैं। जिले के सबसे बड़े जवाई बांध सहित अन्य बांधों में भी पानी की आवक जारी है। जिले में 24 घंटे में 13 इंच बारिश हुई है। एक महिला समेत चार जनें नदी-नालों में बह गए। महिला का शव निकाल लिया गया। शेष तीनों की तलाश की जा रही थी। दो लोगों को डूबने से बचा लिया गया। अगले 24 घंटे में मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस कारण जिला कलक्टर ने शनिवार को निजी व सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित किया है।
हाड़ौती के कैथून में उपजे बाढ़ के बाद कोटा बूंदी सांसद ओम बिरला ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। स्पीकर ने प्रशासनिक अधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों के हर संभव मदद के निर्देश दिए। सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू कर करीब 300 लोगों को सुरक्षित निकाला है। शुक्रवार को भी कैथून में बाढ़ के हालात बने रहे। इससे पहले गुरुवार को जिला कलक्टर ने सेना से मदद मांगी थी।
बारां ( Heavy rain in Baran ) के बोरदा गांव स्थित परवन नदी की बड़ी पुलिया पर दस फ़ीट ऊपर पानी बहने से बारां-झालावाड़ मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। हाइवे पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई है। वाहनों के जाम में पिछले 38 घंटे से कई लोग फंसे हुए है। पानी का स्तर के वाहन सवार लोग इंतजार करने में लगे हैं। बूंदी के भण्डेंडा क्षेत्र में मेज नदी में आए पानी को देखने के लिए लोगों की दिनभर भीड जमी रही।
पाली जिले में तेज बारिश ( Heavy Rain in Pali) से नदी-नालों में उफान आ गया है। अगले 24 घंटे में मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। तेज बारिश के अलर्ट के चलते जिला कलक्टर ने शनिवार का निजी और सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। जिले के सबसे बड़े जवाई बांध सहित अन्य बांधों में पानी की आवक जारी है। जिले में 24 घंटे के भीतर 13 इंच बारिश दर्ज की गई है। बारिश के दौरान एक महिला सहित चार लोगों के नदी-नालों में बहने की खबर है। महिला का शव मिल गया है जबकि शेष तीन लोगों के शवों की तलाश जारी है। वहीं दो लोगों को डूबने से बचा लिया गया है।
जोधपुर में शुक्रवार को भारी बारिश ने चारों और तबाही मचा दी। क्षेत्र मे कई जगह घरों मे पानी घुस गया तो कई इलाके जलमग्न हो गये। वहीं बापीणी का नवनिर्मित तहसील भवन चारों और से पानी से घिर गया। डूबने के डर से कार्मिकों ने अपना रेकॉर्ड दूसरी मंजिल पर रख कर बचाया है। जिले के बोरुन्दा कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में गुरुवार रात्रि से लेकर शुक्रवार सवेरे तक बारिश ने पिछले 12 सालों का रिकॉर्ड तोड़ डाला। बोरुंदा, मादलिया, घोडावट, खवासपुरा, पटेल नगर, हरियाढाणा, सोवनिया, गढसूरिया, महादेव नगर, भाकरों की ढाणी सहित गांवों व ढाणियों में 4 जुलाई 2007 के बाद अब 16 व 17 अगस्त 2019 की बारिश ने पिछले 12 सालों में सर्वाधिक वर्षा होने का रिकॉर्ड तोड़ा है।
टोंक बीसलपुर, शहर की लाइफलाइन माने जाने वाले बीसलपुर बांध इस मानसून सीजन में पानी का रेकॉर्ड टूट गया है। जुलाई महीने में जहां बांध में बारिश के पानी की आवक होने का इंतजार किया जा रहा था, वहीं अगस्त महीने में मानसून की मेहरबानी से बांध में पानी की आवक शुरू हुई। शुक्रवार को बांध में महज 8 घंटे में बांध में सवा मीटर से ज्यादा पानी आ गया। बांध का गेज 312.45 RL मीटर पहुंच गया है। इसके बाद भी बांध में पानी आने का सिलसिला जारी रहा।
राजसमंद में बारिश के कारण कुंभलगढ़ के एनिकट और तालाब भर गए हैं। बीते 24 घंटे की बारिश के बाद शुक्रवार देर शाम तक क्षेत्र के एनिकट एवं तालाबों के छलकने की खबरें हैं। मुख्य रूप से केलवाड़ा के लाखेला तालाब को भरने वाला फुटिया एनिकट पूरा भर गया है। वहीं ओडा का तालाब एवं केलवाड़ा का एनीकेट भी पानी से लबालब हो गए। इससे क्षेत्र वासियों में खुशी की लहर है।
दौसा में बारिश से कई बांधों पर चादर चलने लगी है। तेज बारिश के चलते दौसा जिले ( Heavy rain in Dausa ) के सबसे बड़े मोरेल बांध में शुक्रवार दोपहर तक29 फीट पानी की आवक हो चुकी है। इस बांध की भराव क्षमता ऊंचाई में 30 फीट है। लेकिन क्षेत्रफल में 2 हजार 707 एमसीफीट है, जो जिले के सभी 39 बांधों का 38 प्रतिशत है। 38 साल बाद सर्वाधिक पानी पाने आने से मोरेल बांध छलका उठा है। जिला कलक्टर ने अधिकारियों को बांध पर भेजा है। जिले के भांडारेज के सूरजपुरा में लगातार दो दिनों से हो रही बरसात से बांध पर चादर चल रही है।
भीलवाड़ा में अरवड़ बांध मे 21 फिट पानी की आवक हुई है। क्षेत्र मे दो दिनों से लगातार हो रही भारी बरसात से मानसी नदी पर बने अरवड़ बांध मे सुबह से जोरदार पानी की आवक बनी हुई है। क्षेत्र मे मानसी नदी पर स्थित 24 फिट भराव क्षमता वाले अरवड़ बांध मे शुक्रवार शाम तक पानी का गेज बढ़कर 21 फिट हो गया । त्रिवेणी नदी का स्तर कम हो गया है। त्रिवेणी नदी का गेज शुक्रवार शाम 5 बजे तक 5.85 मीटर तक आ गया । प्रातः त्रिवेणी का गेज 6.90 मीटर तक पहुंच गया था। दोपहर बाद बारिश का दौर धीमा पड़ा। रुक -रुक कर बारिश चल रही है। चितौड़गढ़ का गंभीरी बांध लबालब हो गया है।
चित्तौड़गढ़ में पिछले तीन दिनों से बारिश का दौर जारी है। भदेसर क्षेत्र में पिछले 3 दिनों से जारी वर्षा के कारण जनजीवन थम सा गया। कई गांवों में बरसाती पानी की आवक के कारण सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए। भदेसर क्षेत्र में कई बरसाती नाले और नदियां तथा तालाबों में पानी की आवक हुई है।
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