अगले चौबीस घंटे में प्रदेश के पूर्वी जिलों में तेज बारिश होने के संकेत
प्रदेश में मानसून की सुस्त चाल के चलते बारिश का दौर धीमा रहा है। हालांकि बीते चौबीस घंटे में उत्तर पूर्वी मध्यप्रदेश क्षेत्र में बने उच्च वायुदाब क्षेत्र के असर से हवा की दिशा में बदलाव हुआ है और पुरवाई हवा का साथ मिलने पर प्रदेश के पूर्वी जिलों में बादलों की आवाजाही बढऩे लगी है। ऐसे में मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटे में प्रदेश के पूर्वी जिलों में तेज बारिश होने के संकेत दिए हैं।
मूसलाधार से तर उदयपुर
उदयपुर जिले के कुराबड बंबोरा गिंगला सहित मेवल क्षेत्र में करीब 20 दिन बाद शुक्रवार को दोपहर में डेढ़ घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। जिससे जगह-जगह पानी भर गया तथा मुरझाती हुई फसलों को जीवनदान मिल गया। जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी छा गई तो खेत भी कई जगह जलमग्न भी हो गए। बंबोरा बाजार में पानी नदी की तरह बीच बाजार में तेज वेग एवं गड्ढों में पानी समाने से कई दो पहिया वाहन फंस गए। जिसे बड़ी मुश्किल से बाहर निकाले तो कई दुकानों में भी पानी घुसने लगा गड्ढों में पानी समाया । मूसलाधार बारिश से कई खेतों में मक्का ज्वार की फसल आड़ी पड़ गई। इधर रिमझिम बारिश जारी रहेगी और काली घटाएं आसमान में छाई हुई है। जिससे और अधिक बारिश की संभावना बन रही है। जयसमंद के सीमेंट एरिया में भारी बारिश की आवश्यकता है। अभी तक नदियों में पानी तेज वेग से नहीं आया है जिससे जयसमंद का जलस्तर आगे नहीं बढ़ा है। सभी को अच्छी बारिश का इंतजार है।
जोधपुर में भी बरसे मेघ
जोधपुर संभाग के अधिकांश हिस्सों में बादलों का मौसम बना रहा। इसके बाद यकायक हुई तेज बारिश से नाले बहने लगे। लेकिन उमस ने लोगों के पसीने छुड़ा कर रख दिए। शुक्रवार को विभिन्न क्षेत्रों में हल्की बारिश होने से मौसम खुशगवार हो गया। सडक़े पानी से भीग गईं और वाहन चालकों को लाइटें जलाकर चलना पड़ा। सप्ताहांत में तीन चार दिनों तक हल्की बरसात हो सकती है, लेकिन मानसून को आपूर्ति कम होने से अभी भी अच्छी बारिश की उम्मीद कम जताई जा रही है। काले बादलों से कुछ जगह हल्की फुहारें जरूर गिरी। बादलों की वजह से शहरवासियों को भीषण गर्मी से राहत मिली हुई थी। जिले के ग्रामीण हिस्सों में भी बादलों का मौसम रहा।
जोधपुर संभाग के अधिकांश हिस्सों में बादलों का मौसम बना रहा। इसके बाद यकायक हुई तेज बारिश से नाले बहने लगे। लेकिन उमस ने लोगों के पसीने छुड़ा कर रख दिए। शुक्रवार को विभिन्न क्षेत्रों में हल्की बारिश होने से मौसम खुशगवार हो गया। सडक़े पानी से भीग गईं और वाहन चालकों को लाइटें जलाकर चलना पड़ा। सप्ताहांत में तीन चार दिनों तक हल्की बरसात हो सकती है, लेकिन मानसून को आपूर्ति कम होने से अभी भी अच्छी बारिश की उम्मीद कम जताई जा रही है। काले बादलों से कुछ जगह हल्की फुहारें जरूर गिरी। बादलों की वजह से शहरवासियों को भीषण गर्मी से राहत मिली हुई थी। जिले के ग्रामीण हिस्सों में भी बादलों का मौसम रहा।
पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क
वहीं दूसरी तरफ पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहा है हालांकि मौसम तंत्र में हो रहे बदलाव के चलते आगामी दिनों में पश्चिमी राजस्थान में भी मानसूनी बारिश का दौर शुरू होने की उम्मीद है। बीते चौबीस घंटे में बांसवाड़ा के जगपुरा में सर्वाधिक 92 व घाटोल में 55 मिमी पानी बरसा। ब्यावर 45,भीलवाड़ा के सरेरी डेम में 59,कोटा 26.9, प्रतापगढ़ के अरनोद में 41, राजसमंद 20, उदयपुर के सेमारी में 45 मिमी बारिश हुई। वहीं पाली, नागौर, सवाई माधोपुर, झालावाड़, करौली, जैसलमेर, डूंगरपुर, दौसा, चित्तौड़ और भीलवाड़ा में भी हल्की बारिश रिकॉर्ड हुई है।