आज सुबह 6 बजे तक बांध के जलस्तर में दो मीटर तीन सेंटीमीटर बढ़ोतरी दर्ज हुई और बांध का जलस्तर 306.88 आरएल मीटर रेकॉर्ड हुआ है। जल संसाधन विभाग की सूचना के अनुसार बीते शनिवार को बांध का जलस्तर 304.85 आरएल मीटर था। बांध अपनी कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर से 8.62 मीटर दूर है। सामान्यतया बांध में पानी की आवक अगस्त माह में होती है ऐसे में विभाग के अफसरों ने अगस्त में बांध के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी होने की उम्मीद जताई है। आज सुबह देवली में 48 मिमी बारिश मापी गई वहीं त्रिवेणी 1.30 मीटर उंचाई पर बहने से बांध में पानी की आवक धीमी रफ्तार से मगर लगातार हो रही है। बांध का गेज बुधवार शाम 4 बजे तक 3065.85 आरएल मीटर दर्ज किया गया।
चम्बल में बढ़ रहा जलस्तर
वहीं धौलपुर कोटा बैराज से 18 हजार क्यूसेक पानी की निकासी के चलते चम्बल नदी में जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। चम्बल का गेज 127 मीटर पर पहुंच चुका है जबकि खतरे का निशान खतरे का निशान 129.79 मीटर पर है। 136 मीटर पर पुराने चम्बल पुल के ऊपर से पानी बहने लगता है। सिंचाई विभाग तथा प्रशासन ने लोगों को चम्बल से दूर रहने को कहा है। हालांकि वर्ष 2016 में नया पुल बन जाने के बाद से यातायात बाधित नहीं होता है।
कोटा बैराज के चार गेट खोले ( Kota Barrage )
तीन दिन से थमा बारिश ( Rain ) का दौर बुधवार को कोटा में झमाझम बरसात के साथ फिर शरू हुआ। जवाहर सागर बांध में लगातार पानी की आवक होने से चंबल नदी उफान पर है। इसके चलते कोटा बैराज के चार गेट खोलकर 19350 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। इससे नदी-नाले उफन गए।