मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हरियाणा, उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के मध्य भाग में सक्रिय चक्रवाती तंत्र के असर से प्रदेश में बादलों की आवाजाही लगातार बनी हुई है। ऐसे में अगले चौबीस घंटे में दक्षिण पूर्वी जिलों में मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। वहीं पश्चिम के कुछ इलाकों में हल्की व मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। राजधानी में बीती देररात तक रिमझिम बारिश का दौर चला। आज सुबह भी शहर में मेघ छाए रहे और हल्की फूहारों से शहर भीगा। आसमान में छाई घनघोर घटाओं से आज शहर में मौसम सुहावना हो गया वहीं आज भी शहर में बारिश होने की संभावना स्थानीय मौसम केंद्र ने जताई है। शहर में आज सुबह 8.30 बजे तक 09, चाकसू 76, कोटखावदा 80,बस्सी 45 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है।
बीसलपुर में नहीं आया पानी
प्रदेश के कई इलाकों में बीते चौबीस घंटे में तेज बारिश होने के समाचार हैं लेकिन शहर की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध से निराशाजनक खबर भी आई है। भीलवाड़ा, चित्तौड़ और उदयपुर जिलों में रहे शुष्क मौसम के असर से बांध में पानी की आवक थम गई है वहीं आज सुबह बांध के जलस्तर में एक सेंटीमीटर गिरावट भी दर्ज हुई है। बीते पांच दिनों से बांध का जलस्तर 309.26 आरएल मीटर पर ठहरा रहा लेकिन आज सुबह बांध का जलस्तर एक सेंटीमीटर घटकर 309.25 आरएल मीटर रिकॉर्ड हुआ है। ऐसे में आगामी दिनों में मानसून कमजोर रहा तो जयपुर समेत अजमेर और टोंक जिलों में पेयजल संकट गहराने का अंदेशा है।
प्रदेश के कई इलाकों में बीते चौबीस घंटे में तेज बारिश होने के समाचार हैं लेकिन शहर की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध से निराशाजनक खबर भी आई है। भीलवाड़ा, चित्तौड़ और उदयपुर जिलों में रहे शुष्क मौसम के असर से बांध में पानी की आवक थम गई है वहीं आज सुबह बांध के जलस्तर में एक सेंटीमीटर गिरावट भी दर्ज हुई है। बीते पांच दिनों से बांध का जलस्तर 309.26 आरएल मीटर पर ठहरा रहा लेकिन आज सुबह बांध का जलस्तर एक सेंटीमीटर घटकर 309.25 आरएल मीटर रिकॉर्ड हुआ है। ऐसे में आगामी दिनों में मानसून कमजोर रहा तो जयपुर समेत अजमेर और टोंक जिलों में पेयजल संकट गहराने का अंदेशा है।