भाजपा ने महापौर मुनेश गुर्जर पर विकास में भेदभाव का आरोप लगाया और एक नया नारा भी दिया। सिविल लाइन से पूर्व विधायक और पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने यह नारा लगवाया…मुनेश गुर्जर मोहरा है, उसके पीछे चेहरा है…। यह चेहरा कौन है इस बारे में चतुर्वेदी ने साफ तौर पर नाम तो नहीं लिया। मगर इशारा कर दिया कि परदे के पीछे काम कर रहे उस चेहरे को सभी जानते हैं। महापौर ओबीसी वर्ग का निकला था, इसलिए मुनेश गुर्जर महापौर बनीं, लेकिन वो खुद कह चुकी हैं कि उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है।
सफाई व्यवस्था बिगड़ी, हैरिटेज हो रहा है खत्म भाजपा ने धरना—प्रदर्शन में एक साल के कार्यकाल के दौरान शहर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था, खत्म होते हेरिटेज और बढ़ते भ्रष्टाचार के विरोध में निगम प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चतुर्वेदी ने कहा कि जयपुर शहर नगर निगम के दो टुकड़े इस मकसद से किए गए थे कि शहर विकास की ओर बढ़े मगर हेरिटेज नगर निगम में एक साल से भ्रष्टाचार में ही बढ़ोतरी हुई है। शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि हमने निगम के एक साल के कार्यकाल के खिलाफ ब्लैक पेपर जारी किया था और अब धरना प्रदर्शन किया गया है। अगर अब भी निगम प्रशासन नहीं चेता तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
फिर नहीं आए कई भाजपा नेता धरना प्रदर्शन में फिर एकजुटता की कमी नजर आई। हैरिटेज नगर निगम क्षेत्र में आने वाली विधानसभा से केवल अरुण चतुर्वेदी और पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक को छोड़ दिया जाए तो अन्य कोई नेता नहीं आया। पूर्व विधायक मोहन लाल गुप्ता स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। अशोक परनामी और प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने इस विरोध—प्रदर्शन से दूरी बनाई। इस दौरान शहर महामंत्री तेजसिंह, कुलवंत सिंह, अजय पारीक, महिला मोर्चा शहर अध्यक्ष अनुराधा माहेश्वरी, स्नेहलता शर्मा सहित भाजपा के कई पार्षद विरोध—प्रदर्शन में मौजूद रहे।