ये है मामला
जोन अधिकारियों की मानें तो सितम्बर में जब इस इमारत की पहली मंजिल का निर्माण हो रहा था, उस समय इसे सील किया गया था। सील तोड़कर काम करने की वजह से तत्कालीन उपायुक्त सोहनराम चौधरी में रामगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। लेकिन, इसके बाद भी निर्माण कार्य जारी रहा। आठ फरवरी को तत्कालीन उपायुक्त देवेंद्र जैन ने भी नोटिस जारी किया। लेकिन निर्माण कार्य होता रहा और इमारत चार मंजिल तक बन गई। 20 अप्रेल को जोन उपायुक्त ने फिर नोटिस जारी किया। कार्रवाई के दौरान इसे सील किया गया।
जोन अधिकारियों की मानें तो सितम्बर में जब इस इमारत की पहली मंजिल का निर्माण हो रहा था, उस समय इसे सील किया गया था। सील तोड़कर काम करने की वजह से तत्कालीन उपायुक्त सोहनराम चौधरी में रामगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। लेकिन, इसके बाद भी निर्माण कार्य जारी रहा। आठ फरवरी को तत्कालीन उपायुक्त देवेंद्र जैन ने भी नोटिस जारी किया। लेकिन निर्माण कार्य होता रहा और इमारत चार मंजिल तक बन गई। 20 अप्रेल को जोन उपायुक्त ने फिर नोटिस जारी किया। कार्रवाई के दौरान इसे सील किया गया।