पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक ने कहा कि चारदीवारी के अंदर एकमात्र बड़ा पार्क है, जहां लोग सुबह—शाम घूमने के लिए आते है। बुजुर्गों के लिए यह पार्क संजीवनी का काम करता है। जबकि स्थानीय लोग नहीं चाहते है कि यहां पार्किंग बने। आसपास की सभी कॉलोनीवासियों का रोष लगातार बढ़ रहा है। इससे अच्छा तो चौगान पार्किंग को ही बढ़ा दिया जाए।
स्थानीय लोग मनाते है यहां तीज—गणगौर
पौंड्रिक पार्क बचाओ संघर्ष समिति से जुड़े रमेश सिंह भाटी, विक्रम सिंह तंवर और मनीष सोनी ने बताया कि जयपुर की ऐतिहासिक शाही गणगौर और तीज की सवारी तालकटोरा के सामने स्थित छतरी पर ही विराजती हैं। गणगौर और तीज पर हजारों महिलाएं, बच्चे इसी पार्क में सिंजारा, वन सोमवार, गणगौर और तीज के मेले का आनंद लेते हैं।