20 प्रतिशत केस में मिलते कारण कोटा मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रो. पंकज जैन बताते हैं कि 80 प्रतिशत उच्च रक्तचाप के मामलों में कोई कारण नहीं होता है। शेष 20 प्रतिशत केस में किडनी संबंधी रोग, गर्भावस्था, मस्तिष्क संबंधी बीमारियां, थॉयराइड डिसऑर्डर व कुछ दवाइयां जैसे स्टेरॉइड, दर्द निवारक गोलियां, जुकाम में प्रयुक्त दवाइयां, डिप्रेशन में प्रयुक्त दवाइयां उच्च रक्तचाप कर सकती हैं। उच्च रक्तचाप प्रतिवर्ष लगभग एक बिलियन आबादी को प्रभावित करता है व प्रतिवर्ष इसके कारण 9.4 मिलियन मौतें हो जाती हैं।
प्रमुख कारक - मोटापा व वजन बढ़ना
- नमक का अधिक मात्रा में सेवन
- खाने में कैल्शियम व पोटेशियम की कमी
- शराब का सेवन
- मानसिक तनावशारीरिक व्यायाम की कमी
- आनुवांशिक कारक
क्या करें
- भोजन में ताजा फल, सब्जियां शामिल करें।
- प्साबुत अनाज व उच्च फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
- अपना वजन नियंत्रित रखें।
- नमक का सेवन कम करें।
- शराब सेवन से परहेज करें।
- प्रतिदिन व्यायाम करें।
- प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट के लिए तेज कदमों से टहलें।
- फास्ट फूड, डिब्बाबंद भोजन, बासी भोजन व मक्खन, तले हुए खाद्य पदार्थों से दूर रहे।
(सीने में दर्द, सांस में तकलीफ, सिर दर्द या सिर का भारीपन, चक्कर आना, नींद की कमी जैसे लक्षणों को नजर अंदाज ना करें। समय पर चिकित्सक से परामर्श लें)
उच्च रक्तचाप से होने वाली जटिलताएं - उच्च रक्तचाप मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को अवरुद्ध कर सकता है। इससे स्ट्रोक की संभावना रहती है।
- आंखों की रक्तवाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने से दृष्टि बाधित हो सकती है।
- गुर्दे पर असर, दिल का दौरा पड़ सकता है।