कितना कमा लोगे बताओ-
कोर्ट ने कहा है कि यह मुद्दा जनहित और प्रदेश से जुड़ा हुआ है इसलिए राजस्थान रॉयल्स पहले यह बताना होगा कि जयपुर से गौहाटी में राजस्थान रॉयल्य के मैच शिफ्ट करवाने पर कमाई में कितना अंतर आएगा ? कोर्ट ने राजस्थान रॉयल के मैच जयपुर से बाहर शिफ्ट करने को याचिका के अंतिम निर्णय के अधीन रखने के निर्देश दिए हैं। मामले में अगली सुनवाई 13 फरवरी को होगी।
नुकसान सभी का होगा-
याचिकाकर्ताओं के एडवोकेट विमल चौधरी ने कोर्ट को बताया कि राजस्थान रॉयल्स व बीसीसीआई के एमओयू में आईपीएल के मैच एसएमएस स्टेडियम में करवाने का करार है। लेकिन उन्होंने कुछ मैचों को जयपुर से गौहाटी शिफ्ट कर दिया है। इसलिए मैच जयपुर में ही कराए जाएं। राजस्थान रॉयल्स के एडवोकेट सिद्दार्थ रांका ने कहा कि वहां का स्टेडियम बड़ा है और वहां राजस्थान रॉयल्स की ज्यादा कमाई होगी। राज्य सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता सत्येन्द्र सिंह राघव ने कहा कि राज्य सरकार आयोजन के लिए आवश्यक सुविधाएं देने को तैयार है। मैच जोधपुर व उदयपुर में भी हो सकते हैं। स्पोर्टस कांउसिल के एडवोकेट जयराज टाटिया ने कहा कि हर मैच से 20 हजार रुपए मिलते हैं जो खिलाडिय़ों के कल्याण के काम आते हैं। आरसीए के एडवोकेट प्रतीक कासलीवाल ने कहा कि मैच होने पर 30 लाख रुपए फ्रेंचाईजी और 30 लाख रुपए बीसीसीआई देती है। आरसीए स्टेडियम की देखभाल करता है और पहले भी यहां आईपीएल मैच होते रहे हैं। दो मैच जयपुर से बाहर ले जाने का कोई औचित्य नहीं है। बीसीसीआई के एडवोकेट अंगद मिर्धा ने कहा कि आईपीएल रूल्स 2019 के अनुसार फ्रेंचाइजी टीम अपने मैच प्रस्तावित जगह पर करवा सकती है। कोर्ट ने राजस्थान रॉयल्स को जवाब देने के निर्देश देते हुए अगली सुनवाई 13 फरवरी को तय की है।
यह कहा है याचिका में
याचिका में जयपुर से गोहाटी में दो मैच शिफ्ट करवाने को चुनौती देते हुए कहा कि इससे स्थानीय क्रिकेट प्रेमी जहां खेल से वंचित होंगे वहीं खिलाडिय़ों को और शहर को आर्थिक नुकसान होगा। यहां के खिलाड़ी एसएमएस स्टेडियम में खेलने के अभ्यासरत हैं और वह यहां बेहतर खेल सकते हैं। आईपीएल मैच से लोगों को रोजगार मिलता है और प्रदेश का व्यवसाय बढ़ता है। इसलिए राजस्थान रॉयल्स टीम के होने वाले आईपीएल मैचों को जयपुर में ही आयोजित करवाने के निर्देश दिए जाएं।