यहां जाएंगे अश्व
ये अश्व वास्तु के हिसाब से आठ दिशाओं में ईशान में खोले के हनुमानजी मंदिर, पूर्व में गलता, आग्नेय में गोनेर मंदिर, दक्षिण में सांगा बाबा, नैऋत्य में स्वामी नारायण मंदिर, पश्चिम में हाथोज हनुमान जी, वायव्य में कदम्ब डूंगरी व उत्तर में आमेर में काले हनुमान मंदिर जी के लिए छोड़े जाएंगे। नव संवत्सर का अनूठे तरीके से प्रचार-प्रसार करेगें। पं. पुरुषोत्तम भारती ने बताया कि 2 अप्रैल को जयपुर के प्रमुख मंदिरों में घंटे-घडियाल बजाकर नवभोर का स्वागत होगा।