एसीएफ जगदीश गुप्ता ने बताया कि एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत वन्यजीव चिकित्सक अशोक तंवर के नेतृत्व में टीम गुरुवार दोपहर में दिल्ली स्थित चिडिय़ाघर के लिए रवाना हुई। जो शुक्रवार को पांच साल के मादा दरियाई घोड़े ‘रानी’ को लेकर जयपुर पहुंची। एग्जोटिक पार्क में नर-मादा दरियाई घोड़े राजा- रानी को एक साथ रखा गया है। संभवत: इस महीने के अंत तक दर्शक उनका दीदार कर पाएंगे। हालांकि सफारी की तर्ज पर शुरू होने में शुरू होने में समय लगेगा।
बता दें कि दस दिन पहले ही दिल्ली से पांच वर्षीय नर दरियाई घोड़ा ‘राजा’ लाया गया था। जिसे एग्जोटिक पार्क में रखा गया। आक्रामक शैली का जानवर है। यह दिन के ज्यादातर समय सिर्फ पानी में ही रहता है। खाना खाने के लिए ही बाहर आता है। यह शाकाहारी है। इसका जीवन काल करीब 50 साल का होता हैं। यह अपना मुंह करीब 5 फीट तक खोल सकता हैं।
लॉयनेस तारा ( Lioness Tara ) का साथी बनेगा जोधपुर का शेर इधर लॉयन सफारी ( Lion Safari) में दर्शकों को अपनी अठखेलियों से मंत्रमुग्ध कर रही लॉयनेस ‘तारा’ के लिए विभाग ने साथी ढूंढ लिया है। जल्द उसके लिए जोधपुर से शेर लाया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक तारा व उसके साथी को एक साथ रखा जाएगा। जैविक उद्यान में आने वाले दिनों में जेब्रा, जिराफ, ऐमू समेत कई अन्य वन्यजीव भी देखे जा सकेंगे।