गौरतलब है कि राजधानी जयपुर में भगवान नृसिंह की जयंती आज त्रयोदशी युक्त चतुदर्शी में भक्तिभाव के साथ मनाई जा रही है। नृसिंह भगवान व विष्णु मंदिरों में भगवान का अभिषेक कर पूजा अर्चना की जा रही है। मंदिरों में दूध, पंचगव्य, फलों के रस, औषधीयुक्त जल से अभिषेक कर झांकियां सजाने के साथ शाम को नृसिंह लीलाओं का आयोजन होगा। इस बार दो चतुदर्शी होने से कई जगहों पर शनिवार को त्रयोदशी युक्त चतुर्दशी को तो कुछ मंदिरों में उदियात तिथि मानने के कारण रविवार को नृसिंह जयंती मनाई जाएगी। इस मौके पर अभिषेक, पूजा समेत कई आयोजन होंगे।
दो दिन होगी लीला ताड़केश्वर नवयुवक मंडल के तत्वावधान में दो दिवसीय नृसिंह लीला और वारह लीला का आयोजन किया जाएगा। मंडल के अध्यक्ष बंटी महाराज ने बताया संध्या के समय मंदिर के सामने नृसिंह लीला होगी। भगवान नृसिंह की सवारी निकाली जाएगी। अगले दिन रविवार शाम को वारह अवतार लीला होगी।
यहां हुए आयोजन खजाने वालों का रास्ता स्थित नृसिंह मंदिर में त्रिदिवसीय नृसिंह जयंती महोत्सव के तहत आज सुबह सहस्त्रनाम अर्चना व दोपहर में अभिषेक किया गया। शाम 7.05 बजे नृसिंह भगवान खंभ फाड़ प्रकट होंगे। पांच बत्ती स्थित प्राचीन नृसिंह भगवान के मंदिर में नवीन पोशाक धारण करवाई गई। शाम को अभिषेक कर झांकी सजाई जाएगी।
यहां कल मनेगी जयंती बंशीवाले बाबा की बगीची, बगरूवालों का रास्ता स्थित मंदिर में महंत अवधेश दास के सान्निध्य में कल नृसिंह लीला होगी। सुबह 51 किलो दूध, 108 किलो फलों के रस, औषधीय जल और विविध तीर्थ जल से अभिषेक होगा। बधाई गान, हरिनाम संकीर्तन के साथ उत्सव मनाया जाएगा। वहीं मंदिर पाटोत्सव के तहत भी कई कार्यक्रम होंगे। सूरजपोल स्थित रामानुज संप्रदाय के नृसिंह मंदिर में दक्षिण विधि से अभिषेक होगा। इसके बाद श्रृंगार कर फूल बंगले की झांकी सजाई जाएगी।