मोदी काल की सारी तेजी खो देगा बाजार
जब साल 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार ने केंद्र की कमान संभाली थी, तब बाजार ने गजब का उत्साह दिखाया था। लेकिन साल 2018 की शुरुआत से इसमें गिरावट आनी शुरू हो गई और कुछ ही लार्जकैप शेयर इस साल जनवरी में बाजार की तेजी में अपना प्रदर्शन बरकरार रखने में सफल हुए। कोरोना वायरस के संकट से वैश्विक बाजारों का भी बुरा हाल है। यूरोपीय बाजार डीएएक्स में 5 फीसदी, सीएसी में 5 फीसदी, सीएसी40 में 4.40 फीसदी तथा एफटीएसई100 में 4.80 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को शेयर बाजार की तरह कच्चे तेल के बाजार में भी हाहाकार देखा गया। एमसीएक्स पर एक्टिव क्रूड ऑयल फ्यूचर का 4 फीसदी का पहला लोअर सर्किट लगा और यह 7.74 फीसदी की गिरावट के साथ प्रति बैरल 1788 रुपए पर कारोबार कर रहा था। बीएसई पर एक्सिस बैंक के शेयर में सर्वाधिक 28.01 फीसदी, बजाज फाइनेंस में 23.57 फीसदी, इंडसइंड बैंक में 23.05 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक में 17.88 फीसदी तथा मारुति में 17.02 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई। वहीं, एनएसई पर भी एक्सिस बैंक के शेयर में सर्वाधिक 27.60 फीसदी, बजाज फाइनेंस में 27.48 फीसदी, इंडसइंड बैंक में 23.92 फीसदी तथा जी लिमिटेड में 19.98 फीसदी की गिरावट देखी गई।
जब साल 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार ने केंद्र की कमान संभाली थी, तब बाजार ने गजब का उत्साह दिखाया था। लेकिन साल 2018 की शुरुआत से इसमें गिरावट आनी शुरू हो गई और कुछ ही लार्जकैप शेयर इस साल जनवरी में बाजार की तेजी में अपना प्रदर्शन बरकरार रखने में सफल हुए। कोरोना वायरस के संकट से वैश्विक बाजारों का भी बुरा हाल है। यूरोपीय बाजार डीएएक्स में 5 फीसदी, सीएसी में 5 फीसदी, सीएसी40 में 4.40 फीसदी तथा एफटीएसई100 में 4.80 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। सोमवार को शेयर बाजार की तरह कच्चे तेल के बाजार में भी हाहाकार देखा गया। एमसीएक्स पर एक्टिव क्रूड ऑयल फ्यूचर का 4 फीसदी का पहला लोअर सर्किट लगा और यह 7.74 फीसदी की गिरावट के साथ प्रति बैरल 1788 रुपए पर कारोबार कर रहा था। बीएसई पर एक्सिस बैंक के शेयर में सर्वाधिक 28.01 फीसदी, बजाज फाइनेंस में 23.57 फीसदी, इंडसइंड बैंक में 23.05 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक में 17.88 फीसदी तथा मारुति में 17.02 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई। वहीं, एनएसई पर भी एक्सिस बैंक के शेयर में सर्वाधिक 27.60 फीसदी, बजाज फाइनेंस में 27.48 फीसदी, इंडसइंड बैंक में 23.92 फीसदी तथा जी लिमिटेड में 19.98 फीसदी की गिरावट देखी गई।