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70 साल पुराना इतिहास दोहराएंगे इलाहाबाद के सीजे माथुर

locationजयपुरPublished: Nov 03, 2018 12:41:43 am

Submitted by:

Shailendra Agarwal

— सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश रस्तोगी ने पहले दिन की न्यायाधीश सीकरी के साथ सुनवाई

raajsthan high court

Rajasthan High Court

राजस्थान के न्यायाधीश अजय रस्तोगी ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। पहले दिन उन्होंने न्यायाधीश ए के सीकरी की पीठ में सुनवाई की। उधर, इलाहाबाद हाईकोर्ट के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर की शपथ की तैयारियां भी शुक्रवार को अंतिम चरण में पहुंच गई, उत्तरप्रदेश के राज्यपाल रामनाइक 5 या 6 नवम्बर को हाईकोर्ट के इलाहाबाद स्थित परिसर में आकर न्यायाधीश माथुर को मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ दिलाएंगे।
राजस्थान में मुख्य न्यायाधीश को राजभवन में शपथ दिलाई जाती है, लेकिन इलाहाबाद में मुख्य न्यायाधीश को शपथ दिलाने राज्यपाल हाईकोर्ट आते हैं। न्यायाधीश माथुर की शपथ इलाहाबाद व राजस्थान के रिश्तों को 70 साल पुराना इतिहास दोहराएगी। 1949 में हाईकोर्ट की स्थापना के समय न्यायाधीश के के वर्मा को राजस्थान को पहला मुख्य न्यायाधीश बनाया गया था, जो इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहने के बाद राजस्थान आए थे। अब पहली बार ऐसा हो रहा है जब राजस्थान के कोई न्यायाधीश इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश का पद संभालने जा रहे हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट देश का सबसे बड़ा हाईकोर्ट और कलकत्ता के बाद देश का दूसरा सबसे पुराना हाईकोर्ट है।
न्यायाधीश रस्तोगी का पहला दिन: न्यायाधीश सीकरी के साथ की सुनवाई
राजस्थान के न्यायाधीश रहे त्रिपुरा के मुख्य न्यायाधीश अजय रस्तोगी सहित चारों नवनियुक्त न्यायाधीशों ने शुक्रवार सुबह 10.30 बजे सुप्रीम कोर्ट स्थित मुख्य न्यायाधीश कक्ष में शपथ ली। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने सबसे पहले न्यायाधीश हेमंत गुप्ता और उनके बाद न्यायाधीश आर सुभाष रेड्डी, न्यायाधीश एम आर शाह और न्यायाधीश अजय रस्तोगी ने शपथ दिलाई। न्यायाधीश रस्तोगी ने पहले दिन कोर्ट नंबर-4 में न्यायाधीश ए के सीकरी व न्यायाधीश अशोक भूषण के साथ सुनवाई की। न्यायाधीश रस्तोगी 2004 में वकील से राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने और उसके बाद राजस्थान के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष रहे। इसी साल उनको त्रिपुरा उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया था और दो दिन पहले उन सहित चार मुख्य न्यायाधीशों को उच्चतम न्यायालय न्यायाधीश बनाने की सिफारिश की थी।
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