मिश्र ने कहा कि कोविड.19 महामारी की कठिन परिस्थिति में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और रोग प्रतिरक्षा का निर्माण करने में आयुष के महत्व को सभी ने स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि इन चिकित्सा पद्धतियों के उपयोग के बेहतरीन परिणाम को देखते हुए ही केंद्र सरकार ने आयुष सेवाओं को देश की स्वास्थ्य सुरक्षा प्रणाली के सभी स्तरों पर शामिल किया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में होम्योपैथिक दवाओं से संबंधित जागरुकता अभियान चलाकर इस सस्ती, सहज और वैज्ञानिक चिकित्सा पद्धति की सही जानकारी आमजन तक पहुंचाने की जरूरत है। मिश्र ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन भी किया।
वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियां महत्वपूर्ण
परिवहन एवं सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि निरोगी राजस्थान को साकार करने की दिशा में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों की अहम भूमिका है। सरकार होम्योपैथी के विकास के लिए प्रयत्नशील है। कोविड.19 महामारी के दौर में रोग प्रतिरोधी तंत्र को मजबूत करने की नई चुनौती सामने आई है जिसमें वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियां महत्वपूर्ण साबित हुई हैं। सांसद डॉ. मनोज राजौरिया ने कहा कि कम खर्च में इलाज करने की विशेषता के चलते होम्योपैथी ने कम समय में ही विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। समारोह में होम्योपैथी विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन डॉ. गिरेन्द्र पाल, अध्यक्ष डॉ.एएन माथुर, सचिव डॉ. केसी भिण्डा,कुलसचिव डॉ.़तारकेश्वर जैन, प्राचार्य डॉ. अतुल कुमार सिंह ने भी विचार व्यक्त किए।
परिवहन एवं सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि निरोगी राजस्थान को साकार करने की दिशा में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों की अहम भूमिका है। सरकार होम्योपैथी के विकास के लिए प्रयत्नशील है। कोविड.19 महामारी के दौर में रोग प्रतिरोधी तंत्र को मजबूत करने की नई चुनौती सामने आई है जिसमें वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियां महत्वपूर्ण साबित हुई हैं। सांसद डॉ. मनोज राजौरिया ने कहा कि कम खर्च में इलाज करने की विशेषता के चलते होम्योपैथी ने कम समय में ही विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। समारोह में होम्योपैथी विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन डॉ. गिरेन्द्र पाल, अध्यक्ष डॉ.एएन माथुर, सचिव डॉ. केसी भिण्डा,कुलसचिव डॉ.़तारकेश्वर जैन, प्राचार्य डॉ. अतुल कुमार सिंह ने भी विचार व्यक्त किए।