अब बाबा ट्रेप पाकिस्तानी जासूस सैनिकों और अधिकारियों को फंसाने के लिए अब बाबा ट्रेप बना रहे हैं। जवानों को फंसाने के लिए बाबा और गुरुओं का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं जवानों के परिवारों पर आइएसआइ की नजर है।
खुफिया सूचना के मुताबिक, सोशल साइट्स पर तमाम गुरु और बाबा जवानों की घरेलू, अंदरूनी और अन्य समस्याओं को निदान का दावा कर उन्हें झांसे में लेने की कोशिश कर रहे हैं। इसकी आड़ में वे भारतीय जवानों से तमाम जानकारियां एकत्र कर रहे हैं।
सेना ने कुछ आइडी को पकड़ लिया है और इसे भांपते हुए एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि किसी भी व्यक्ति से अपना सैन्य नंबर, वारगेम प्लान, ऑर्बिट प्लान कतई साझा न करें। जैसे ही कोई एस्कॉन (आर्मी स्टैटिक स्विच्ड कम्युनिकेशन नेटवर्क) नंबर पूछे तुरंत सतर्क जो जाएं।
आइएसआइ आजमा रही कई पैंतरे आइएसआइ भारतीय सेना की जानकारी जुटाने के लिए कई पैंतरे आजमा रही है। पाक एजेंसी की लड़कियां नर्सिंग स्टाफ, सामाजिक कल्याण अधिकारी, चेन मार्केटिंग स्कीम और इंश्योरेंस के नाम पर फंसाने में लगी हैं। सेना ने ऐसी 150 फेसबुक आइडी चिन्हित की हंै। पोखरण में पकड़े गए जवान सोशल साइट पर सीरथ की लड़की से चैट कर रहे थे।
भारतीय सेना ने हनीट्रैप के मामले को लेकर चल रही छानबीन में यह भी पता चला है कि आइएसआइ के निशाने पर कैंट स्टेशनों के रेलवे कर्मचारी भी हैं। इसमें राजस्थान के जोधपुर और जयपुर सहित सूरतगढ़, बरेली, झांसी, भोपाल, महू, ग्वालियर, बबीना लखनऊ, आगरा, दिल्ली सहित पश्चिमी मोर्चो के वह तमाम रेलवे स्टेशन शामिल हैं, जो सैन्य दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हैं।