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जयपुर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण का हाल : बातों में गीला – सूखा, हूपर में सब एक

locationजयपुरPublished: May 21, 2019 01:22:42 pm

Submitted by:

Deepshikha Vashista

आठ वार्डों में गीला-सूखा कचरा अलग-अलग लेने का दावा फुस्स, कचरा अलग-अलग देने की लोगों को जानकारी नहीं

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जयपुर में डोर टू डोर कचरा संग्रहण का हाल : बातों में गीला – सूखा, हूपर में सब एक

अश्विनी भदौरिया / जयपुर . शहर में घर-घर कचरा संग्रहण के दौरान गीला और सूखा कचरा अलग-अलग लेंगे। नगर निगम का यह दावा “थोथा ढिंढोरा ” ही निकला है। निगम ने 8 वार्डों से यह व्यवस्था शुरू करने का दावा किया लेकिन शहरवासियों को तो दूर, पार्षदों तक को इस बारे में जानकारी नहीं थी। राजस्थान पत्रिका ने जायजा लिया तो कहीं भी गीला-सूखा कचरा अलग होता नहीं दिखा। कचरा संग्रहण के लिए के लिए जब हूपर गाड़ियां पहुंची तो लोगों ने गीला और सूखा कचरा एक साथ ही डाला।

यह रही जमीनी हकीकत

वार्ड 21:

सुबह 8 बजे वैशालीनगर स्थित ई-ब्लॉक में घरों से निकलकर महिलाएं गाड़ी में कचरा डाल रही थीं। कचरा गाड़ी में 2 हिस्से तो थे लेकिन घरों से एक ही पात्र में कचरा लाया जा रहा था। कर्मचारी पूर्ववत कचरा ले रहे थे। गीला-सूखा कचरा अलग लेने की उन्हें जानकारी ही नहीं थी।

वार्ड 24:

गाड़ी में कचरा डाला जा रहा था लेकिन गीला-सूखा अलग करने के बारे में किसी को पता नहीं था।

वार्ड 84 व 87 :

यहां न तो कचरा गाडिय़ां दिखीं, न लोगों को कचरा अलग-अलग डालने की जानकारी थी।
पार्षदों ने कहा

गजानंद यादव (वार्ड 21) : मेरी जानकारी में नहीं है।

रमेशलाल गुर्जर (वार्ड 24) : आज देखा नहीं, किसी ने बताया नहीं।

मल वाल्मीकि (वार्ड 35) : मैंने ही कचरा डाला, किसी ने दो डस्टबिन की चर्चा नहीं की।
महेशकुमार कलवानी (वार्ड 61) : सेठी कॉलानी में हुआ है।

सुरेंद्र सिंह रॉबिन (वार्ड 84) : कुछ नहीं हुआ, किसी ने कोई जानकारी भी नहीं दी।

महिलाओं ने कहा, हमें बताया ही नहीं
अंशुल अग्रवाल : मैंने तो पहले की तरह ही कचरा हूपर में डाला। किसी ने बताया ही नहीं कि गीला-सूखा कचरा अलग करना है।

डॉ. सोनाली : गीला-सूखा कचरा अलग होना चाहिए लेकिन मेरे यहां तो किसी ने ऐसा कुछ बताया नहीं।
लालदेवी : मैंने रोजाना की तरह की गाड़ी में कचरा डाला, किसी ने कुछ नहीं कहा। पहले भी किसी ने नहीं बताया कि कचरा अलग-अलग डालना है।

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