पहले रचाते शादी फिर जानते मालखाना
बदमाश गिरोह पहले शादी रचाते है। इसमें जो दुल्हन होती है उसका रोल अहम होता है। वह पत्नी बनने का पूरा नाटक करती है। पहले उस घर के बैंक बैलेंस, गहने, प्रॉपर्टी जैसे तमाम मूल्यवान सामान पर नजर रखती है। कुछ के मालिकाना हक अपने नाम कराने की मशक्कत भी करती है, जब प्लानिंग पूरी होने लगती है तो बचा खुचा घर का माल लेकर भी रफूचक्कर हो जाती है।
बदमाश गिरोह पहले शादी रचाते है। इसमें जो दुल्हन होती है उसका रोल अहम होता है। वह पत्नी बनने का पूरा नाटक करती है। पहले उस घर के बैंक बैलेंस, गहने, प्रॉपर्टी जैसे तमाम मूल्यवान सामान पर नजर रखती है। कुछ के मालिकाना हक अपने नाम कराने की मशक्कत भी करती है, जब प्लानिंग पूरी होने लगती है तो बचा खुचा घर का माल लेकर भी रफूचक्कर हो जाती है।
एक साल तक रचाया नाटक
रामगंज में आरती नाम की महिला ने राकेश से प्रेम संबंध बनाए और फिर शादी कर घर में आ गई। लव मैरिज होने और अधिकतर प्रॉपर्टी राकेश की मां के पास होने से दुल्हन को घर के बारे में समय लग गया। दुल्हन ने बातों ही बातों में पहले घर के हालात और कीमती सामान के बारे में जानकारी हासिल की और एक साल बाद घर का गहने, नकदी समेत सभी कीमती सामान लेकर चंपत हो गई।
रामगंज में आरती नाम की महिला ने राकेश से प्रेम संबंध बनाए और फिर शादी कर घर में आ गई। लव मैरिज होने और अधिकतर प्रॉपर्टी राकेश की मां के पास होने से दुल्हन को घर के बारे में समय लग गया। दुल्हन ने बातों ही बातों में पहले घर के हालात और कीमती सामान के बारे में जानकारी हासिल की और एक साल बाद घर का गहने, नकदी समेत सभी कीमती सामान लेकर चंपत हो गई।
ऐसे आया सारा मामला सामने
जांच अधिकारी एएसआई बनवारी लाल ने बताया कि पीडि़त राकेश पुत्र रतनलाल हीदा की मोरी का रहने वाला है। राकेश की पत्नी का कुछ समय पहले मौत हो जाने के कारण उसने वर्ष २०१७ में आरती नाम की महिला से नाते प्रथा से शादी की थी। पीडि़त का आरोप है कि वह कुछ समय तो उसके साथ रही और फरवरीए २०१८ में शादी में चढ़ाए सोने—चांदी के आभूषण लेकर अपने रिश्तेदार बलराम, रूपाराम, गोविन्द एवं सीता सहित अन्य सामान लेकर फरार हो गई।
जांच अधिकारी एएसआई बनवारी लाल ने बताया कि पीडि़त राकेश पुत्र रतनलाल हीदा की मोरी का रहने वाला है। राकेश की पत्नी का कुछ समय पहले मौत हो जाने के कारण उसने वर्ष २०१७ में आरती नाम की महिला से नाते प्रथा से शादी की थी। पीडि़त का आरोप है कि वह कुछ समय तो उसके साथ रही और फरवरीए २०१८ में शादी में चढ़ाए सोने—चांदी के आभूषण लेकर अपने रिश्तेदार बलराम, रूपाराम, गोविन्द एवं सीता सहित अन्य सामान लेकर फरार हो गई।