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अस्पताल में प्रसुताओं को बांटे पुराने प्रमाण पत्र, तो चिकित्सा मंत्री सर्राफ की जगह राठौड़ का लगा था फोटो

locationजयपुरPublished: Oct 11, 2017 09:57:15 pm

अन्तरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर यहां बीडीके अस्पताल में प्रसुताओं को विभाग की ओर से पुराने प्रमाण पत्रों को वितरित करने मामला सामने आया है।

kali charan saraf
झुंझुनूं/ प्रदेश सरकार में भले ही करीब एक साल पहले मंत्रीमंडल में फेरबदल कर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री का पद भार कालीचरण सर्राफ को दिया गया हो, लेकिन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है। अन्तरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर यहां बीडीके अस्पताल में प्रसुताओं को विभाग की ओर से पुराने प्रमाण पत्रों को वितरित करने मामला सामने आया है। जिसमें वर्तमान मंत्री की जगह पुराने मंत्री की तस्वीर लगी हुई थी।
दरअसल, अन्तरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने के लिए बुधवार को राजकीय बीडीके अस्पताल के जनाना अस्पताल में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग एवं सामाजिक अधिकारिता विभाग की ओर से आयोजन किया गया। जिसमें जिन प्रसुताओं ने बालिकाओं को जन्म दिया तो उन्हें बधाई देने के लिए सरकार की ओर से प्रमाण पत्र, मिठाई एवं फूल दिया गया। इस आयोजन के मुख्य अतिथि जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव थे।
यहां हुई बड़ी भूल…

वहीं मौके पर प्रसुताओं को जो बधाई के प्रमाण-पत्र दिए गए उन पर मुख्यमंत्री, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री के रुप में राजेन्द्र सिंह राठौड़ एवं विभाग की ब्रांड अम्बेसडर विधायक दीया कुमारी का फोटो लगा हुआ था। जब कि प्रदेश में एक साल पहले जो मंत्रीमंडल का विस्तार एवं फेरबदल हुआ उसमें राजेन्द्र सिंह राठौड़ का विभाग बदल कर ग्रामीण विकास एवं पचायती राज विभाग का जिम्मा दे दिया था। चिकित्सा विभाग का जिम्मा कालीचरण सर्राफ को दिया गया था। इसके बाद भी विभाग की ओर से राठौड़ के लगे फोटो के प्रमाण पत्र वितरित कर दिए गए।
पहले किया टालमटोल…

जब इस बारे में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी राजकुमार डांगी से जब इस बारे में पूछा या तो उन्होंने यह कहकर टालने की कोशिश की कि यह आयोजन सामाजिक अधिकारिता विभाग का है। जब सामाजिक अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक विप्लव न्यौला से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमने तो केवल मिठाई एवं फूल की व्यवस्था की थी प्रमाण पत्र तो चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुहैया कराया गया है।
इनका कहना है….

मैंने इसे ध्यान से देखा नहीं है। पूर्व में ही इन प्रमाण पत्रों को छपवाकर रखा गया था। जिनमें से ही वितरित कर दिया गया।

– डॉ. राजकुमार डांगी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी झुंझुनूं

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