scriptअशोक गहलोत ने भाजपा के गांधी प्रेम को लेकर कसा तंज | How Ashok Gehlot takes the BJP's love for Gandhi | Patrika News

अशोक गहलोत ने भाजपा के गांधी प्रेम को लेकर कसा तंज

locationजयपुरPublished: Jul 16, 2019 09:18:42 pm

Submitted by:

rahul

राहुल सिंह/ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में मंगलवार को बजट बहस का जवाब देते हुए भाजपा के महात्मा गांधी प्रेम को लेकर तंज कसा। उन्होंने सदन में पूछा-‘महात्मा गांधी की हत्या करवाने वाले कौन लोग हैं?

gehlot

gehlot


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ashok gehlot ने विधानसभा में मंगलवार को बजट बहस का जवाब देते हुए भाजपा के महात्मा गांधी प्रेम को लेकर तंज कसा। उन्होंने सदन में पूछा-‘महात्मा गांधी की हत्या करवाने वाले कौन लोग हैं?
मुख्यमंत्री गहलोत ने gandhi jiमहात्मा गांधी जयंती की 150वीं वर्षगांठ की चर्चा करते हुए कहा कि 70 साल में महात्मा गांधी और सरदार पटेल याद नहीं आए। पंडित जवाहर लाल नेहरू के बारे में आपकी (भाजपा) पार्टी के लोग कैसी-कैसी बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम नई पीढ़ी को क्या देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास को तोडऩे-मरोडऩे वाले कभी इतिहास नहीं बनाते हैं। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि आप लोग (भाजपा) महात्मा गांधी की जयंती की 150वीं वर्षगांठ का जश्न मनाने आ रहे हैं, लेकिन आने से पहले महात्मा गांधी की आत्मकथा ‘सत्य के प्रयोगÓ जरूर पढ़ें।
आप जैसे आएं हैं, वैसे ही जाएंगे
मुख्यमंत्री गहलोत ने लोकसभा चुनाव में हार के मुद्दे पर कहा कि चुनाव राष्ट्रवाद और धर्म आड़ में लड़ा गया। आप कामयाब हो गए,यह कोई जीत नहीं होती है। उन्होंने कहा कि कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि आप जैसे आएं हैं, वैसे ही चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में हमें सत्ता और आपको प्रतिपक्ष में बैठने की जनादेश मिला। उन्होंने कहा कि झुंझुनू की सभा में ‘मोदी से बैर नहीं, वसुंधरा तेरी खैर नहीं नारे लगे थे, तभी परिणाम तय हो गया था। अब यह जांच का विषय है कि यह नारे किसने लगवाए थे।

उन्होंने कहा कि जनता के ट्रस्टी हैं। गहलोत ने प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आपकी सरकार ने किस तरह का बर्ताव किया। राजीव शिक्षा संकुल का नाम बदल दिया। अब केंद्र में आपकी सरकार हैं मुझे उम्मीद हैं कि आप हमें सहयोग
करेंगे

गहलोत ने यह भी कहा कि भामाशाह कार्ड पर सीएम का फ़ोटो ओर फूल का निशान लगाया गया। इसमें ही 314 करोड़ रुपए खर्व कर दिए। गहलोत ने उनसे यह भी कहा कि आपकी स्कीम पर ताला नही लगाएंगे भले ही हमे पसंद न हो। रिसर्जेंट राजस्थान में पिछली सरकार ने क्या किया, कोई निवेश नही आया। कितना खर्चा कर दिया। इसकी तो जांच होनी चाहिए। गहलोत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष कह रहे हैं कि सुखाडिय़ा के शासन में पक्ष-प्रतिपक्ष के बीच अच्छे रिश्ते थे। उन्होंने प्रतिपक्ष की ओर देखते हुए मजाकिया लहजे में कहा कि यह संबंध किसके समय में खराब हुए? इस पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा हुआ है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो