मिड—डे—मील निरीक्षण के लिए जिला कलक्टर निरीक्षण दल का गठन करेंगे। निरीक्षण दल में अतिरिक्त जिला कलक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, जिला शिक्षा अधिकारी, अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, खण्ड, उपखण्ड अधिकारी आदि निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण दलों का गठन 24 फरवरी तक करना होगा।
निरीक्षण दल सबसे पहले भोजन की गुणवत्ता देखेगा। स्कूल में रसोईघर है या नहीं, गैस कनेक्शन की स्थिति, बर्तन हैं या नहीं, खाद्यान के रखरखाव की स्थिति, उपलब्धता, भंडारण की स्थिति कैसी है आदि की जांच करेगा। इसके बाद भोजन की व्यवस्था कैसी है मेन्यू के अनुसार मिल रहा है या नहीं, अध्यापक बच्चों को भोजन परोसने से पहले स्वयं चखते हैं या नहीं, कुक कम हेल्पर के मानदेय की स्थिति, लेखा जोखा आदि की जांच की जाएगी।
अन्नपूर्णा दूध योजना में दूध की उपलब्धता, लाभान्वितों की संख्या, दूध की गुणवत्ता, जांच के लिए लेक्टोमीटर है या नहीं और दूध का रिकार्ड देखा जाएगा।
इसके बाद अधिकारी अपनी रिपोर्ट बनाकर जिला शिक्षा अधिकारी को देंगे। और उनकी रिपोर्ट को एकजाई कर सरकार इस पर आगे की कार्रवाई करेगी।