नए कस्टमर्स को इस तरह से करें आकर्षित
कस्टमर्स को बार-बार अपने बिजनेस पर वापस लाने के लिए प्रोडक्ट की क्वालिटी को मेंटेन करना जरूरी है।

समझें टारगेट मार्केट - यदि आपने बिना टारगेट ग्रुप पहचाने ही मार्केटिंग शुरू कर दी तो इससे आपका समय और पैसा, दोनों ही बर्बाद होगा। साथ ही आपको आउटपुट भी नहीं मिल पाएगा। इसलिए बिजनेस के शुरुआती दौर में यह समझना जरूरी है कि आपका प्रोडक्ट या सर्विस, किन लोगों के लिए महत्त्वपूर्ण है। उनकी एक लिस्ट तैयार करें, जिसमें कस्टमर की आयु, सोशल-इकोनॉमिक बैकग्राउंड, जेंडर आदि सभी जरूरी बातों को नोट करें। साथ ही मार्केट रिसर्च भी करें कि आप अपने टारगेट ग्रुप के लिए क्या नया कर सकते हैं।
कस्टमर्स की लिस्ट बनाएं - जिस तरह आप पार्टी में लोगों को आमंत्रित करने की लिस्ट बनाते हैं, उसी तरह बिजनेस शुरू करने के साथ ही कस्टमर्स की लिस्ट बनाना भी जरूरी है। इसके लिए आप अपनी फैमिली और फ्रैंड्स से मिलें और उन्हें अपने बिजनेस के बारे में बताएं। हालांकि वे आपका टारगेट ग्रुप तो नहीं है लेकिन वे अपने सर्किल में आपके प्रोडक्ट का प्रमोशन कर सकते हैं। इससे आप ज्यादा से ज्यादा नए लोगों जुड़ सकेंगे। इसके अलावा नए कस्टमर्स बनाने के लिए इंटरनेट भी बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है। यहां आप सोशल साइट्स पर अपना प्रमोशन करें।
जरूरी है फॉलोअप - पहली सेल के साथ ही आप कस्टमर्स के साथ अच्छा रिलेशन नहीं बना सकते हैं। इसलिए कस्टमर आपसे जुड़ा रहें इसके लिए आपको कस्टमर्स की जरूरतों का पूरा ध्यान रखना होगा, तभी वे आपके प्रोडक्ट को लेकर संतुष्ट रहेंगे। इसके लिए फॉलोअप बहुत जरूरी है। इसके लिए आप समय-समय पर कस्टमर्स के सुझाव लेते रहें। इसके लिए कई बार आपको कस्टमर्स से निगेटिव जवाब भी मिल सकते हैं या फिर कस्टमर आपकी बातों में रुचि नहीं लें। ऐसे में निराश होने के बजाय अपने प्रोडक्ट में बदलाव करके फिर से कस्टमर्स की राय लें। इस तरह ज्यादा से ज्यादा कस्टमर्स को प्रोडक्ट से जोड़ सकते हैं।
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