कैसे हो गर्भवती महिला और बच्चों का पोषण, आंगनबाड़ियां खुद कुपोषित-देवनानी
प्रदेश में आंगनबाड़ियों की बदहाली पर विधायक वासुदेव देवनानी ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। देवनानी ने कहा कि कांग्रेस सरकार की अनदेखी तथा घोर लापरवाही के चलते प्रदेश की आंगनबाड़ियों की हालत खस्ता है।
जयपुर
Published: July 05, 2022 08:11:56 pm
प्रदेश में आंगनबाड़ियों की बदहाली पर विधायक वासुदेव देवनानी ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। देवनानी ने कहा कि कांग्रेस सरकार की अनदेखी तथा घोर लापरवाही के चलते प्रदेश की आंगनबाड़ियों की हालत खस्ता है। राज्य के बालक-बालिकाओं तथा किशोरी-गर्भवती महिलाओं को पोषित करने की जिम्मेदार ये आंगनबाड़ियां खुद ‘कुपोषित’ के दौर से गुजर रही है। 15वीं राजस्थान विधानसभा के सप्तम सत्र में महिला एवं बाल विकास विभाग से पूछे अतारांकित प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी सामने आई है।
देवनानी ने कहा कि किसी में वर्कर नहीं है तो किसी को छत नसीब नहीं है। प्रदेश में 62020 आंगनबाड़ी और मिनी आंगनबाड़ी स्वीकृत हैं, जिसमें से 9520 आंगनबाड़ियां ऐसी है जिसको अपनी छत का इंतजार है। भवन के अभाव में ये आंगनबाड़ी किराये के भवनों में संचालित हो रही हैं। 2542 आंगनबाड़ी में कार्यकर्ता वर्कर तथा 2636 में सहायिका के पद रिक्त पड़े है। इसके अलावा सैंकड़ों की संख्या में नई आंगनबाड़ी को स्वीकृत तो कर दिया, लेकिन राज्य सरकार ने इनका संचालन आज तक भी शुरू नहीं किया है, इन सबके चलते राज्य और केन्द्र की बालक-बालिका तथा किशोरी-महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य से जुडी महत्वकाक्षी योजना पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 3 सालों में केवल 417 आंगनबाड़ी केन्द्रों को ही भवन उपलब्ध करवाया गया है। अभी भी 9 हजार 500 से अधिक आंगनबाड़ी अपने भवन के लिए राज्य सरकार का मूुह ताक रही है। इसके अलावा हजारों आंगनबाड़ी ऐसी हैं जिनके भवन सालों पहले निर्मित होने तथा बराबर मरम्मत नहीं होने से जर्जर हो चुके हैं। राज्य सरकार समय से वर्कर को वेतन देने में असफल सिद्ध हुई है। पांच माह से वर्कर वेतन मिलने की आस में है।

कैसे हो गर्भवती महिला और बच्चों का पोषण, आंगनबाड़ियां खुद कुपोषित-देवनानी
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